
अयोध्या, 9 नवंबर 2024
राममंदिर में परकोटा का निर्माण अब सबसे बड़ी चुनौती। परकोटा में 800 तो मन्दिर निर्माण में खर्च होंगे 600 करोड़ रुपए-नृपेन्द्र मिश्र
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सितंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा।
राम मंदिर निर्माण पूर्ण करने का जो लक्ष्य रखा गया था उसमें तीन माह और लग रहे हैं लेकिन सभी तकनीकी चुनौतियां पूरी कर ली गई हैं।
राम जन्मभूमि परिसर में चल रही मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक समाप्त होने के बाद शनिवार को अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राम मंदिर की भव्यता में परकोटा का निर्माण अब सबसे बड़ी चुनौती है। जिसमें मंदिर से भी अधिक पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में सबसे ज्यादा खर्च परकोटे के निर्माण में आ रहा है, जहाँ मंदिर के निर्माण में लगभग 600 करोड़ रुपए लग रहे हैं तो परकोटे में 800 करोड़ रुपए की लागत आ रही है।
उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान राम मंदिर परिसर में बन रहे सप्त मंदिर की भी समीक्षा की गई है। शेषावतार मंदिर के भी निर्माण की समीक्षा की गई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि परिसर में बन रहे सभागार, विश्राम गृह और ट्रस्ट का प्रशासनिक कार्यालय इन सभी का टेंडर जारी हो चुका है। इन सभी का निर्माण 20 नवंबर से शुरू हो जाएगा और सितंबर 2025 तक मंदिर का काम पूरा हो जाएगा।