
मुंबई | 16 जुलाई 2025
बॉलीवुड में इन दिनों फिल्म शूटिंग के वर्किंग आवर्स को लेकर गर्म बहस छिड़ी हुई है। इसकी शुरुआत अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा के बीच कथित टकराव से हुई। खबरें आईं कि फिल्म स्पिरिट से दीपिका का नाम हट गया क्योंकि उन्होंने 8 घंटे से अधिक काम न करने की शर्त रखी थी। चूंकि दीपिका हाल ही में मां बनी हैं, इसलिए उन्होंने सीमित शिफ्ट की मांग की। इस मसले ने इंडस्ट्री में एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया—क्या फिल्म इंडस्ट्री को भी तय वर्किंग ऑवर्स अपनाने चाहिए?
इस बहस के बीच यह जानना जरूरी हो गया है कि क्या हॉलीवुड में भी ऐसा ही माहौल है? रिपोर्ट्स के अनुसार, हॉलीवुड में सितारों की शिफ्ट आमतौर पर 12 से 14 घंटे की होती है। अगर फिल्म बड़ी बजट की हो या विशेष लोकेशन पर शूटिंग हो रही हो, तो यह समय और भी बढ़ जाता है। वहीं तकनीकी क्रू जैसे कैमरामैन, लाइटमैन, साउंड टेक्नीशियन, आर्ट डायरेक्टर आदि की शिफ्ट्स अक्सर 15 से 18 घंटे तक जाती हैं।
टीवी शोज़ में वर्किंग आवर्स कुछ हद तक सीमित होते हैं। दिन में प्रसारित होने वाले शो में एक्टर्स की शिफ्ट करीब 8 घंटे की होती है, जबकि वीकेंड के सिटकॉम या सीरीज में यह बढ़कर 12-15 घंटे हो सकती है।
निर्देशक और निर्माता के लिए कोई निश्चित समय नहीं होता। वे शूटिंग के पहले से लेकर पोस्ट-प्रोडक्शन, एडिटिंग, वीएफएक्स और मार्केटिंग तक हर चरण में व्यस्त रहते हैं। फिल्म बनाना केवल ऑन-कैमरा काम नहीं है, इसके पीछे लंबी और कठिन प्रक्रिया होती है।
बॉलीवुड में भी अब कुछ कलाकार और यूनियन शिफ्ट टाइमिंग पर संतुलन की मांग कर रहे हैं। इस बहस के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या हिंदी फिल्म इंडस्ट्री हॉलीवुड की तर्ज पर काम के घंटे तय करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाती है या नहीं।