
देहरादून, 12 अगस्त 2025:
उत्तराखंड में लागू सख्त धर्मांतरण कानून के तहत पुलिस ने एक संगठित आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण के आरोपी अयान जावेद का संबंध देश विरोधी और विधि विरुद्ध क्रियाकलापों (UAPA) से है। झारखंड ATS पहले ही अयान जावेद को अवैध असलहों के साथ गिरफ्तार कर चुकी है। वह वर्तमान में सेंट्रल जेल रांची में बंद है।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह के अनुसार अयान को जल्द ही वॉरंट बी पर देहरादून लाया जाएगा। इस केस में नामजद एक अन्य आरोपी सुलेमान के दुबई में होने की जानकारी मिली है, जिसके खिलाफ गृह मंत्रालय से लुक आउट नोटिस के लिए पत्राचार किया गया है।
पुलिस के अनुसार पीड़ित युवतियों से पूछताछ में आगरा में गिरफ्तार आरोपियों के अलावा अन्य नए नाम भी सामने आए हैं। समय रहते पीड़िताओं की काउंसलिंग करने से उन्हें और अन्य युवतियों को आतंकियों के चंगुल से बचाया गया।
धर्मांतरण प्रकरण में देहरादून के थाना रानीपोखरी और थाना प्रेमनगर में उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए थे, जिनकी जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। जांच के दौरान पीड़िताओं और गवाहों के बयान दर्ज किए गए, इलेक्ट्रॉनिक सबूत जुटाए गए, और आगरा में गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान कराई गई।
शिनाख्त के आधार पर दोनों मामलों में संगठित अपराध, लोगों को उकसाने और आपराधिक षड्यंत्र से संबंधित धारा 111(3), 111(4) और 61(2) बीएनएस की बढ़ोतरी की गई। आरोपियों में अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह (दिल्ली), एसबी कृष्णा उर्फ आयशा माहेनूर (गोवा), अब्दुर्रहमान उर्फ रूपेंद्र सिंह (देहरादून/उत्तर प्रदेश), अबु तालिब (मुजफ्फरनगर, यूपी), अब्दुल रहीम (दिल्ली) और अब्दुल्ला (दिल्ली) शामिल है। ये सभी आरोपी आगरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अब देहरादून कोर्ट से वॉरंट बी जारी कराए गए हैं। इनकी रिमांड के बाद आगे की कार्रवाई होगी।






