लखनऊ, 24 नवंबर 2025:
दिल्ली ब्लास्ट और फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी की जांच के दौरान नए खुलासों ने सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ा दी है। फरीदाबाद मॉड्यूल की अहम कड़ी मानी जा रही लखनऊ की रहने वाली चिकित्सक डॉ. शाहीन के पैन कार्ड और पासपोर्ट से जुड़ी विसंगतियों ने जांच को जटिल बना दिया है।
जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि उसने फरीदाबाद से पैन कार्ड बनवाया था। दूसरी तरफ पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए छह माह पूर्व दिल्ली में आवेदन किया गया था। बताया जा रहा है कि सऊदी अरब के एक अस्पताल में लगभग चार वर्ष काम करने के बाद लौटने पर नए पैन कार्ड के आवेदन ने उसके पिछले वित्तीय रिकॉर्ड को तलाशने में दिक्कतें खड़ी कर दी हैं।
एजेंसियां यह भी जानने की कोशिश में हैं कि विदेश में नौकरी के दौरान कोई बैंक खाता संचालित हुआ था या नहीं ताकि संभावित फंडिंग स्रोतों की जांच की जा सके।
इधर, शाहीन के भाई डॉ. परवेज के पैन कार्ड और वित्तीय विवरणों की भी गहन पड़ताल की जा रही है। एटीएस की निगाहें इंट्रीग्रल यूनिवर्सिटी पर भी हैं। वहां परवेज कार्यरत था। जांच अधिकारी परिसर में डॉ. परवेज की गतिविधियों और संपर्कों की जानकारी जुटा रहे हैं।
इसी बीच प्रयागराज में जम्मू-कश्मीर के चार युवकों को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। हालांकि सत्यापन में कोई आपत्तिजनक जानकारी न मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया। सहारनपुर, मुरादाबाद, अमरोहा सहित कई जिलों में तैनात 14 डॉक्टरों से भी पूछताछ की गई। किसी पर अभी तक संदेह की पुष्टि नहीं हुई है।
इसके साथ ही कश्मीरी मूल के छह डॉक्टरों की तलाश जारी है। उनके संपर्क डॉ. परवेज से होने की जानकारी मिली है। उनमें से दो डॉक्टर तीन वर्ष पूर्व इस्लामाबाद गए थे। जांच एजेंसियां अब सभी तारों को सावधानीपूर्वक जोड़ने का प्रयास कर रही हैं।






