नोएडा | 20 जून 2025
दिल्ली पुलिस द्वारा एक चौंकाने वाली भूल सामने आई है, जिसमें नोएडा में एक पत्रकार को आरोपी समझकर हिरासत में ले लिया गया। पत्रकार अपनी पत्नी के साथ कार में सवार था, तभी दिल्ली पुलिस की एक टीम उसे पकड़कर ले गई। बाद में जब असलियत का पता चला तो पुलिस ने माफी मांगकर उसे छोड़ दिया।
दिल्ली के शाहदरा जिले के डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि पुलिस टीम हरियाणा के बहादुरगढ़ निवासी एक आरोपी राहुल नाम के व्यक्ति की मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर रही थी। लोकेशन ट्रेस करते हुए टीम नोएडा के सेक्टर-38 स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंची, जहां उन्होंने कार में बैठे एक युवक को आरोपी समझकर गिरफ्तार कर लिया। युवक का नाम राहुल शाह था और वह नोएडा का एक पत्रकार निकला।
पुलिस का कहना है कि उस व्यक्ति का नाम और चेहरा असली आरोपी से काफी मिलता-जुलता था, जिस वजह से यह भ्रम हुआ। जब पुलिस ने उसे पहचान पत्र दिखाने को कहा, तो उसने कथित तौर पर मना कर दिया और बहस करने लगा। कुछ समय बाद जब उसने अपनी पहचान बताई और पुष्टि हुई कि वह पत्रकार है, तो पुलिस ने तुरंत अपनी गलती मानी और माफी मांगते हुए वापस लौट गई।
डीसीपी गौतम ने यह भी स्पष्ट किया कि पूरी घटना के दौरान किसी प्रकार का बल प्रयोग या अभद्रता नहीं की गई। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण संयोग था जिसमें नाम और चेहरा मिलते-जुलते होने से स्थिति बिगड़ी।
यह गिरफ्तारी एक मामले की जांच के तहत की गई थी, जिसमें IPC की धारा 318(4) और 61(2) के तहत धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की जांच चल रही थी। जांच में दिल्ली पुलिस की टीम प्रेम नगर थाने से रवाना हुई थी, जिसमें एक सब-इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल थे।
घटना के बाद पुलिस ने गलती की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए पत्रकार से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है।