
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 19 मार्च 2025:
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में बुधवार दोपहर छात्रों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन किया। नाराज छात्रों ने कुलपति कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और डेढ़ घंटे तक धरना दिया। बाद में चीफ प्रॉक्टर और स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप से स्थिति नियंत्रण में आई और छात्रों ने ताला खोल दिया।
छात्रों का गुस्सा 11 मार्च को हुई एक घटना को लेकर था, जब होली के दौरान कुछ असामाजिक तत्व कैंपस में घुस आए और उन्होंने छात्रों के साथ अभद्रता की। विरोध करने पर पथराव भी हुआ और स्थानीय बस्ती के कुछ लोगों ने छात्रों को धमकाया। इसकी शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन से की गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
बुधवार को छात्र पहले गांधी स्मृति स्थल पर प्रदर्शन कर रहे थे। चीफ प्रॉक्टर से तीखी बहस के बाद वे कुलपति कार्यालय पहुंचे और वहां धरने पर बैठ गए। दोपहर में गुस्साए छात्रों ने मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया। बाद में समझाने-बुझाने के बाद ताला हटाया गया।
चीफ प्रॉक्टर केके सिंह ने बताया कि होली के दौरान हुई घटना पर पुलिस को सूचना दी गई थी और कुछ लोगों को पकड़ा भी गया था। अवैध दुकानों के मुद्दे पर नगर निगम और पुलिस को जानकारी दे दी गई है, लेकिन छात्रों को तत्काल कार्रवाई चाहिए। उन्होंने छात्रों के विरोध को गलत ठहराया और कहा कि प्रशासन उनकी मांगों पर काम कर रहा है।
छात्रों की मुख्य मांगें
-कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
-अवैध दुकानों को तत्काल हटाया जाए।
-चीफ प्रॉक्टर अगर सुरक्षा देने में असमर्थ हैं, तो पद से इस्तीफा दें।






