मथुरा, 16 दिसंबर 2025:
घने कोहरे के बीच मंगलवार तड़के यमुना एक्सप्रेसवे पर ऐसा कहर बरपाया कि कुछ ही पलों में सड़क पर मौत का मंजर छा गया। आगरा से नोएडा की ओर जा रही बसों और कारों की भीषण टक्कर के बाद लगी आग में दस लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब 80 यात्री घायल हो गए। हादसा इतना भयावह था कि कई लोग जिंदा जल गए और चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।
यह हादसा सुबह करीब 4:30 बजे मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे के माइलस्टोन 127 के पास हुआ। घना कोहरा छाया हुआ था और विजिबिलिटी बेहद कम थी। इसी दौरान पहले एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ और पीछे से आ रही सात प्राइवेट बसें तथा तीन छोटी गाड़ियां एक के बाद एक आपस में टकराती चली गईं। टक्कर के बाद कई वाहनों में आग लग गई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया।
मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी ने जनपद मथुरा में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री जी ने दिवंगतों के शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है तथा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि घायलों का तत्काल, समुचित एवं निःशुल्क उपचार…
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 16, 2025

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तेज धमाके के साथ आग फैल गई। बसें यात्रियों से खचाखच भरी हुई थीं और अधिकतर यात्री सो रहे थे। अचानक आग और धुएं से घिरी बसों में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्रियों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल सका। आग इतनी भीषण थी कि कई शव पूरी तरह झुलस गए और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए गठरी में बांधकर भेजना पड़ा।
हादसे में घायल हुए यात्रियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। 38 घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया, जबकि नौ लोगों का इलाज सीएचसी बलदेव में चल रहा है। अन्य घायलों को भी आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्रशासन के अनुसार सभी घायलों की हालत स्थिर है और किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं बताई जा रही है। सभी को बेहतर से बेहतर उपचार दिया जा रहा है।

हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से राहत और बचाव कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने को कहा है।
दुर्घटना के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से नोएडा जाने वाली लेन पूरी तरह बंद कर दी गई, जिससे खंदौली टोल प्लाजा के पास करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हजारों वाहन जाम में फंसे रहे और यात्रियों को घंटों तक परेशानी झेलनी पड़ी। बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाद में प्रशासन ने अन्य यात्रियों को सरकारी वाहनों से उनके गंतव्य तक भिजवाया।

सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सीपी सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार सहित पुलिस, फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। फिलहाल हादसे की जांच की जा रही है। मरने वालों की शिनाख्त कर परिजनों को सूचना देने का सिलसिला जारी है। कुछ लाशें ऐसी हैं कि बिना डीएनए टेस्ट उनकी पहचान संभव नहीं बताई गई है।






