लखनऊ, 21 जुलाई 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) से विस्थापित होकर राज्य के विभिन्न जिलों में बसे हजारों परिवारों को विधिसम्मत भूस्वामित्व अधिकार देने की दिशा में ठोस और संवेदनशील कार्रवाई के निर्देश दिए।
सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह केवल भूमि के स्वामित्व का मामला नहीं, बल्कि उन परिवारों के जीवन संघर्ष और त्याग को सम्मान देने का अवसर है, जिन्होंने देश की सीमाओं के उस पार से भारत में शरण ली। कई दशक से पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि इन परिवारों के साथ संवेदनशीलता और सम्मानपूर्वक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।
पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बिजनौर और रामपुर में बसाए गए थे विस्थापित
अधिकारियों ने बताया कि भारत-विभाजन के बाद 1960 से 1975 के बीच पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हजारों परिवारों को प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बिजनौर और रामपुर जैसे जिलों में बसाया गया था। प्रारंभिक वर्षों में इन्हें ट्रांजिट कैंपों के माध्यम से गांवों में स्थानांतरित कर कृषि भूमि आवंटित की गई, किंतु कानूनी और अभिलेखीय विसंगतियों के चलते अधिकांश परिवार अब तक वैध भूमि स्वामित्व से वंचित हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि कई मामलों में भूमि पर वर्षों से खेती कर रहे परिवारों ने स्थायी आवास बना लिए हैं, परंतु उनके नाम आज तक राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं हुए हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे गांव भी हैं जहां वास्तविक रूप से अब वे परिवार नहीं हैं जिन्हें पहले बसाया गया था, जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो गई है। कुछ क्षेत्रों में भूमि का स्वामित्व वन विभाग के नाम दर्ज है, या नामांतरण की प्रक्रिया लंबित है। कुछ मामलों में भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायतें भी हैं।
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जहां पूर्व में भूमि आवंटन गर्वनमेंट ग्रांट एक्ट के तहत हुआ था, वहां अब वर्तमान कानूनी व्यवस्था के अनुसार नए विकल्प खोजे जाएं, क्योंकि वह अधिनियम 2018 में निरस्त किया जा चुका है। उन्होंने इस प्रयास को केवल पुनर्वास की प्रक्रिया न मानते हुए इसे “सामाजिक न्याय, मानवता और राष्ट्रीय जिम्मेदारी” का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह निर्णय दशकों से उपेक्षित विस्थापित परिवारों के लिए एक सम्मानजनक और सुरक्षित भविष्य की नींव रखेगा।