
लखनऊ, 21 मई 2025:
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर पोस्टर वार ने हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बीच डीएनए वाले बयान को लेकर छिड़ी सियासी जंग अब जातीय राजनीति की ओर मुड़ती दिख रही है।
लखनऊ स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ नई होर्डिंग्स लगाई गई हैं। इस होर्डिंग्स में ब्रजेश पाठक को ब्राह्मण समाज का प्रतिनिधि बताते हुए लिखा गया है “अखिलेश को दूर भगाना है, ब्राह्मणों का सम्मान बचाना है।”
ये पोस्टर भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री अमित त्रिपाठी की ओर से लगाया गया है। उन्होंने इसे “ब्राह्मण सम्मान की लड़ाई” करार देते हुए कहा कि युवा मोर्चा ब्रजेश पाठक के समर्थन में पूरी तरह एकजुट है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम भाजपा द्वारा ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की कोशिश है, जबकि सपा की रणनीति को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है। पोस्टर वार ने सूबे की राजनीति में जातीय ध्रुवीकरण की संभावनाओं को एक बार फिर हवा दे दी है।






