Ho Halla SpecialUttar Pradesh

खूबसूरती की सनसनी में पड़े रोटी के लाले, अब नहीं दिखती मोनालिसा

अमित मिश्र

महाकुंभ नगर 23 जनवरी 2025:

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लोग स्नान दान कर पुण्य कमा रहे हैं कोई साधना में लीन है लेकिन एक तबका ऐसा भी है जो महज अपनी जीविका के लिए यहां आते हैं। मोना नाम की लड़की भी अपने कुनबे के साथ यहां श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष की मालाएं बेचने आई। असली रुद्राक्ष पहचानने का हुनर और उसकी मालाएं तो किनारे रह गईं फोकस में खूबसूरत आंखों वाला उसका चेहरा और दिया गया नाम मोनालिसा ही रह गया। सेल्फी लेने वीडियो बनाने की होड़ में दो जून की रोटी को लाले पड़ते देख पूरा कुनबा वापस घर लौट गया।

रुद्राक्ष की मालाएं बेचने आई थी महाकुंभ

13 जनवरी को महाकुंभ मेले की शुरुआत होने के बाद ही मोनालिसा कुछ दिन में सोशल मीडिया के जरिये वायरल हो गई। इंदौर से अपने परिवार संग यहां आई मोना नाम की यह लड़की रुद्राक्ष की माला बेचती रही। कभी कभी उसको असली रुद्राक्ष की पहचान करने के तरीके बताते हुए सुना गया। धीरे-धीरे उसका हुनर व कारोबार लोग भूलते गए और कैमरों के फोकस उसके चेहरे पर चला गया।
सागर जैसी गहरी व बड़ी-बड़ी आंखें, सांवला रंग लोगों को इस कदर भाया कि सोशल मीडिया उसका दीवाना हो गया। उसके वीडियो बनाकर इंफ्लुएंसर्स लाइक बटोरते रहे वो सोशल मीडिया की सनसनी बन चुकी थी। इधर मोना के हाथ से उसका कारोबार बिखरता चला गया।

भीड़ तो खूब लगी मालाओं के खरीदार नहीं मिले

परिवार ने जीविका संकट में आते देख एतराज जताना शुरू किया। आसपास भीड़ तो थी लेकिन माला खरीदने वाले ग्राहक नहीं। हालत ये हुई कि उसे वहां से भागना पड़ता या फिर किसी बाबा की शरण मे जाना पड़ता। खुद उसके चाचा ने कहा कि जब मोना वायरल हुई तो हम लोगों को भी काफी खुशी हुई लेकिन अब रोना पड़ रहा है क्योंकि हम यहां अपना कारोबार करने पहुंचे हैं और वही चौपट हो रहा है। फिलहाल हालात इतनी तेजी से बदले कि अब महाकुंभ में मोनालिसा अब नहीं दिखती। बताते हैं कि वो और उसका परिवार इंदौर अपने घर जा चुका है।

रवींद्र पूरी महाराज बोले, अध्यात्म वायरल करें

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि की कुंभ में जो चीज वायरल होनी चाहिए वह चीज वायरल नहीं हो रही है और जिनका कुंभ से कोई लेना देना नहीं है वह वायरल हो रही है। कुंभ का अध्यात्म, नागा संन्यासियों की परंपरा और सनातन परंपरा के बारे में दिखाना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button