लखनऊ, 12 दिसंबर 2025:
कोडीनयुक्त कफ सिरप तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की। लखनऊ में बर्खास्त सिपाही आलोक की आलीशान कोठी के साथ वाराणसी, सहारनपुर, रांची, अहमदाबाद और जौनपुर समेत देशभर में सिंडिकेट से जुड़े आरोपियों के 25 ठिकानों पर छापेमारी की। मनी लॉन्ड्रिंग एंगल लेकर चल रही ईडी अहम सुराग हासिल करने में लगी है।
ईडी की टीम सुबह करीब 6 बजे लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह की आलीशान कोठी पर पहुंची। तलाशी के दौरान टीम को संदिग्ध दस्तावेज, बैंक लेन-देन से जुड़ी फाइलें, डिजिटल डिवाइस और हवाला लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड मिले हैं। सभी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। आलोक वर्तमान में STF की गिरफ्त में है।

वहीं सहारनपुर के शास्त्री नगर में आरोपी राणा बंधु विभव व विशाल के घर ईडी की टीम तलाशी ले रही है। दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के बाद ही इस नेटवर्क का विस्तार सामने आया था। दोनों ने ‘एबॉट प्राइवेट लिमिटेड’ नाम से फर्म बनाई थी। विभोर राणा श्रीराम सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं और भाजपा से जुड़े बताये जाते हैं।
इसी तरह वाराणसी में इस सिंडिकेट के सरगना शुभम जायसवाल और उसके सहयोगियों के घर ईडी की छापेमारी चल रही है। शुभम के दुबई में छिपे होने की जानकारी सामने आई है। जौनपुर में अमित सिंह टाटा के ठिकानों पर भी जांच-पड़ताल की जा रही है। अमित पहले से STF की गिरफ्त में है।
बता दें कि इस अवैध कारोबार में शामिल नेटवर्क के अब तक 6 बड़े नामों सहित 69 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। 2 दिसंबर को ED ने मामले में औपचारिक रूप से एंट्री ली थी और तब से मनी लॉन्ड्रिंग की परतें उधड़ रही हैं। एजेंसी के राडार पर कुल 50 आरोपी हैं जिनकी संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों की गहन जांच जारी है।






