
नई दिल्ली, 13 अगस्त 2025 —
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) बनाने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए 1 अगस्त 2025 से आधार कार्ड पर आधारित फेस ऑथेंटिकेशन (Face Authentication) को अनिवार्य कर दिया है। यह प्रक्रिया केवल उमंग (UMANG) ऐप के माध्यम से पूरी होगी, लेकिन इससे नए कर्मचारियों को कई तरह की दिक्कतें आ सकती हैं।
जिन कर्मचारियों का मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, या जिनके पास स्मार्टफोन और अच्छा कैमरा नहीं है, उन्हें फेस ऑथेंटिकेशन में समस्या होगी। नतीजतन, उनका UAN बनने में देरी हो सकती है, जिससे PF खाता समय पर सक्रिय नहीं होगा और मासिक PF जमा में रुकावट आ सकती है। हालांकि, जिन कर्मचारियों के पास पहले से UAN है, वे इस बदलाव से प्रभावित नहीं होंगे।
यह नया सिस्टम मुख्य रूप से नए जॉइन होने वाले कर्मचारियों के लिए है। बड़ी स्टाफिंग कंपनियों, जो कॉन्ट्रैक्ट बेस पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती करती हैं, को इस बदलाव से सबसे ज्यादा चुनौती का सामना करना पड़ेगा। तकनीकी बाधाओं के कारण फेस स्कैनिंग फेल होने पर प्रक्रिया दोहरानी पड़ सकती है।
उमंग ऐप, जो केंद्र सरकार की एक मल्टी-सर्विस मोबाइल एप्लीकेशन है, EPFO समेत कई सरकारी सेवाओं को एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराता है। अब नए कर्मचारियों को इसी ऐप के जरिए अपना फेस ऑथेंटिकेशन पूरा करना होगा, जिसके बाद ही उनका UAN नंबर जारी किया जाएगा।
EPFO के अनुसार, फेस ऑथेंटिकेशन लागू करने का उद्देश्य डुप्लीकेट UAN नंबर बनने और गलत आधार लिंकिंग जैसी समस्याओं को रोकना है। इससे पहचान की सटीकता बढ़ेगी और फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम लंबी अवधि में पारदर्शिता और सुरक्षा के लिहाज से फायदेमंद है, लेकिन शुरुआती चरण में इससे लाखों नए कर्मचारियों को तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन ने कर्मचारियों से आग्रह किया है कि वे अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक करें और उमंग ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर प्रक्रिया समय रहते पूरी करें।






