
इटावा, 13 जुलाई 2025:
इटावा जिले के महेवा क्षेत्र में गत माह कथावाचकों के साथ हुई घटना को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर की गई कथित टिप्पणी के चलते राज्य कार्यकारिणी के सदस्य मनीष यादव उर्फ पतरे को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया।

सपा के इटावा जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य उर्फ बबलू ने रविवार को एक पत्र जारी कर मनीष यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित किए जाने की औपचारिक घोषणा की। हालांकि, पत्र में निष्कासन का स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि कथावाचक विवाद को लेकर अखिलेश यादव पर की गई बयानबाजी ही इसकी वजह है। मालूम हो कि मनीष यादव की बयानबाजी के बाद से ही पार्टी के अंदर असंतोष की चर्चाएं तेज हो गई थीं। माना जा रहा था कि पार्टी जल्द कोई सख्त निर्णय ले सकती है।
गौरतलब है कि मनीष यादव को सितंबर 2023 में अखिलेश यादव की संस्तुति पर उत्तर प्रदेश राज्य कार्यकारिणी का सदस्य मनोनीत किया गया था। इससे पहले वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे थे। वे सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं।






