
लीड्स, 23 जून 2025
भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट में टीम इंडिया को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यह नुकसान किसी खराब बल्लेबाजी या गेंदबाजी के कारण नहीं, बल्कि फील्डिंग में हुई चूकों के कारण हुआ है। टीम इंडिया की लापरवाही की कीमत उसे सीधे 190 रन के घाटे के रूप में चुकानी पड़ी, जिससे मैच में उसकी पकड़ कमजोर पड़ गई।
इंग्लैंड की पहली पारी में भारतीय फील्डर्स ने तीन बड़े मौके गंवाए, जिनका असर सीधे स्कोरबोर्ड पर दिखा। सबसे पहले, इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट को जब वह 15 रन पर थे, तब रवींद्र जडेजा ने उनका कैच छोड़ दिया। डकेट ने इस जीवनदान का भरपूर फायदा उठाते हुए 62 रन बनाए। यानी भारत को यहां 47 रन का नुकसान हुआ।
इसके बाद नंबर 3 बल्लेबाज ओली पोप का कैच यशस्वी जायसवाल ने 62 के स्कोर पर टपका दिया। पोप ने फिर 106 रन की पारी खेली, जिससे भारत को 44 अतिरिक्त रन गंवाने पड़े।
सबसे बड़ा झटका तब लगा जब हैरी ब्रूक को तीन बार जीवनदान मिला। पहले 0 पर बुमराह की गेंद पर नो-बॉल ने उन्हें बचाया, फिर 46 और 82 पर दो कैच ड्रॉप हुए। ब्रूक ने आखिरकार 99 रन बनाए। ये सभी रन टीम इंडिया की लापरवाही की देन थे।
अगर इन तीनों बल्लेबाजों के जीवनदान और बनाए गए रन जोड़ें जाएं, तो टीम इंडिया को कुल 190 रन का नुकसान हुआ। यह स्कोर इतना बड़ा था कि भारत अगर ये मौके नहीं गंवाता, तो टेस्ट मैच की तस्वीर कुछ और हो सकती थी।
अब भारत के पास वापसी का मौका जरूर है, लेकिन इंग्लैंड की बढ़त को काटना आसान नहीं होगा। टेस्ट क्रिकेट में फील्डिंग की अहमियत एक बार फिर सामने आई है और टीम इंडिया को इस सबक से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।