बेंगलुरु, 21 मई 2025
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी एक नई मुशीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। जानकारी अनुसार दोनों के खिलाफ मंगलवार को झूठी जानकारी फैलाने के लिए बेंगलुरु में एफआईआर दर्ज की गई।
यह FIR भारतीय युवा कांग्रेस के कानूनी प्रकोष्ठ के प्रमुख श्रीकांत स्वरूप बीएन की शिकायत के आधार पर मंगलवार को हाई ग्राउंड्स पुलिस थाने में दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना) और 352 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया।
स्वरूप ने मालवीय और अर्नब गोस्वामी पर “स्पष्ट रूप से गलत सूचना प्रसारित करने के लिए एक जघन्य और आपराधिक रूप से प्रेरित अभियान चलाने” का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने “दुर्भावनापूर्ण तरीके से यह मनगढ़ंत दावा प्रचारित किया है” कि तुर्की स्थित इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) का कार्यालय है। उन्होंने कहा, “यह कृत्य भारतीय जनता को धोखा देने, एक प्रमुख राजनीतिक संस्था को बदनाम करने, राष्ट्रवादी भावनाओं से छेड़छाड़ करने, सार्वजनिक अशांति भड़काने और राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतांत्रिक अखंडता को कमजोर करने के स्पष्ट और निर्विवाद आपराधिक इरादे से किया गया था।”
स्वरूप ने आगे कहा कि मालवीय और अर्नब गोस्वामी की कार्रवाई भारत और तुर्की के बीच तनावपूर्ण संबंधों की अस्थिर पृष्ठभूमि में की गई है, जो तुर्की द्वारा पाकिस्तान को कथित समर्थन से प्रेरित है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, “मालवीय और गोस्वामी की हरकतें भारत की लोकतांत्रिक नींव, सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक अभूतपूर्व हमला है। आपराधिक इरादे से झूठ फैलाने के लिए उनके द्वारा जानबूझकर प्रभाव का दुरुपयोग किया जाना सबसे कठोर जवाब की मांग करता है।”
वहीं इस शिकायत में स्वरूप भारतीय प्रेस परिषद, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सीबीआई और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों से खास अपील की कि वे इस शिकायत को आपातकालीन स्थिति के तौर पर स्वीकार करने की अपील की।