लखनऊ, 3 जुलाई 2025:
यूपी में बिना मान्यता लेकिन रजिट्रेशन करा रखने वाले दलों पर निर्वाचन आयोग ने शिकंजा कसा है। ऐसे 119 दलों को चिन्हित किया गया है जो 2019 से किसी एक भी चुनाव में शामिल नहीं हुए। इनके रजिस्टर्ड पतों पर कारण बताओ नोटिस भेजी गई है।तय समय मे इनका संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो इन्हें राजनैतिक दलों की लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा।
राजधानी समेत विभिन्न जिलों में पार्टी के रजिस्टर्ड पतों पर डाक से भेजी गई नोटिस
यूपी निर्वाचन आयोग के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी चन्द्रशेखर की ओर से इन सभी 119 दलों को नोटिस जारी की गई है। इन सभी दलों के कार्यालय यूपी की राजधानी समेत विभिन्न जिलों में रजिस्टर्ड दर्शाए गए हैं। नोटिस में साफ कहा गया है कि 119 दल लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29ए के तहत आयोग में अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के रूप में रजिस्टर्ड है। इन सभी दलों ने वर्ष 2019 से वर्ष 2024 के बीच आयोग द्वारा कराए गए एक भी चुनाव में हिस्सा नहीं लिया। इसीलिए इन पार्टियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ये नोटिस इनके रजिस्टर्ड पतों पर डाक द्वारा भेजी गई है।
14 जुलाई तक जवाब दें, 21 को सुनवाई का मौका फिर लिस्ट से निकालने की भेजी जाएगी संस्तुति
आयोग ने नोटिस देकर कहा है कि इन पार्टी के अध्यक्ष या महासचिव अपना जवाब एक हलफनामा के रूप में जरूरी दस्तावेजों के साथ 14 जुलाई आयोग को उपलब्ध करा दें। इन जवाबों पर 21 जुलाई को सुनवाई के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सामने हाजिर हो सकते है। यदि पार्टी की ओर से तय समय सीमा में जवाब उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो ये मानकर कि पार्टी को इस मामले में कुछ नहीं कहना है, उन्हें राजनैतिक दलों की लिस्ट से हटाने की संस्तुति भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी जाएगी