
नई दिल्ली, 13 मार्च 2025
पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने कहा कि शाहिद अफरीदी ने उनसे अपने करियर में कई बार धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा था। 44 वर्षीय कनेरिया ने वाशिंगटन डीसी में कांग्रेस की ब्रीफिंग में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा पर खुलकर बात की।
कनेरिया, जिन्होंने 2000 से 2010 तक पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट मैच खेले, अनिल दलपत के बाद राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं। लेग स्पिनर ने कहा कि पाकिस्तान में सम्मान न मिलने के बाद वह अमेरिका चले गए।
एएनआई के अनुसार कनेरिया ने कहा, “हम सभी यहां एकत्र हुए और अपने अनुभव साझा किए कि पाकिस्तान में हमारे साथ कैसा व्यवहार किया गया। हमने भेदभाव का सामना किया है और आज हमने इसके खिलाफ आवाज उठाई।” “मैंने भी बहुत भेदभाव का सामना किया है और मेरा करियर बर्बाद हो गया। मुझे पाकिस्तान में वह सम्मान और समान मूल्य नहीं मिला जिसका मैं हकदार था। इस भेदभाव के कारण ही मैं आज अमेरिका में हूं। हमने जागरूकता बढ़ाने और अमेरिका को यह बताने के लिए बात की कि हमने कितना कुछ सहा है ताकि कार्रवाई की जा सके।”
इससे पहले 2023 में, आज तक के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, कनेरिया ने खुलासा किया था कि अफरीदी ने लगातार उनसे इस्लाम अपनाने का आग्रह किया था, जबकि पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक एकमात्र कप्तान थे जिन्होंने उनका समर्थन किया था।
कनेरिया ने कहा, “मैं अपने करियर में अच्छा कर रहा था और काउंटी क्रिकेट भी खेल रहा था। इंजमाम-उल-हक ने मेरा बहुत साथ दिया और वह एकमात्र कप्तान थे जिन्होंने ऐसा किया। उनके अलावा शोएब अख्तर भी थे। शाहिद अफरीदी और कई अन्य पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने मुझे बहुत परेशान किया और मेरे साथ खाना नहीं खाया। शाहिद अफरीदी ही मुख्य व्यक्ति थे जिन्होंने मुझे बदलाव करने के लिए कहा और उन्होंने कई बार ऐसा किया। इंजमाम-उल-हक कभी इस तरह से बात नहीं करते थे।”
2012 में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद कनेरिया पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। कनेरिया ने टेस्ट मैचों में 3.07 की इकॉनमी रेट से 261 विकेट लिए हैं, जिसमें 15 बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है।






