
लखनऊ, 20 जून 2025:
यूपी के स्टांप एवं पंजीयन विभाग में हुए तबादलों ने ऐसा तूल पकड़ा कि ट्रांसफर करने वाले आईजी स्टांप समीर वर्मा से उनका पद छीन लिया गया। यही नहीं उनके द्वारा किये गए सारे ट्रांसफर भी कैंसिल कर दिए गए। अब स्टांप और परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अमित गुप्ता को आईजी स्टांप का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वहीं निदेशक स्वास्थ्य प्रशासन भवानी सिंह खंगारौत को भी हटाकर वेटिंग में छोड़ दिया गया। यहां तबादलों से पहले ही तनातनी शुरू हो गई थी।
आईजी समीर वर्मा ने किए थे 210 तबादले
प्रदेश का स्टांप एवं पंजीयन विभाग कई दिन से सुर्खियों से घिरा था। वजह थी आईजी स्टांप समीर वर्मा द्वारा किये गए ताबड़तोड़ तबादले। हुआ ये कि शासन स्तर से 4 उप महानिरीक्षक और 18 सहायक महानिरीक्षकों का तबादला किया गया था। वहीं आईजी स्टांप ने 58 उप निबंधकों के अलावा 114 लिपिकों, 8 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अलावा 30 नए कर्मचारियों का तबादला कर दिया था।
स्टांप पंजीयन मंत्री ने सीएम को लिखे पत्र में आईजी का कच्चा चिट्ठा रखा
इन 210 तबादलों को लेकर विवाद उस समय खड़ा हुआ जब ये बात सामने आई कि आईजी ने अपने विभाग के मंत्री रविन्द्र जायसवाल से कोई चर्चा तक नहीं की। यही नहीं मंत्री ने सीएम को एक पत्र भी लिखा जिसमें आईजी समीर वर्मा पर गम्भीर आरोप लगाए गए। कहा गया कि वो कर्मचारी अधिकारी जो करप्शन के आरोप में जांच के दायरे में थे उन्हें बड़े जिलों में तैनाती का तोहफा दे दिया गया। सबसे बड़ा आरोप ट्रांसफर में लेनदेन का लगा। आईजी ने 13 जून को सभी ट्रांसफर करने के बाद फार्मेलिटी के लिए 15 जून को उनके सामने सूची रखी थी।
मंत्री के गम्भीर आरोप पर गम्भीर हुए सीएम, हटाये गए आईजी समीर वर्मा
मंत्री ने एसटीएफ से जांच, आईजी को हटाने व किये गए ट्रांसफर रद्द करने की मांग भी पत्र में की थी। फिलहाल इन तबादलों को लेकर विवाद खड़ा होने पर सीएम गम्भीर हुए। उनके निर्देश पर आईजी स्टांप समीर वर्मा को उनके पद से हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया है। उनके द्वारा किये गए तबादलों की जांच में आगे भी सख्त कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल समीर वर्मा के स्थान पर अब स्टांप और परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अमित गुप्ता को आईजी स्टांप का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग में भी निदेशक भवानी सिंह हटे
स्वास्थ्य विभाग में तबादले को लेकर चल रही तनातनी के बीच निदेशक (प्रशासन) भवानी सिंह खंगारौत को हटाकर प्रतीक्षारत किया गया है। उनका कार्यभार चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की विशेष सचिव आर्यका अखौरी को सौंपा गया है। इस कार्रवाई की वजह भी विभाग में तबादलों को लेकर चल रही रस्साकशी मानी जा रही है। बता दें कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में इस वर्ष तबादले नहीं हुए हैं। इसी वजह से ये हालात पैदा हुए।