
मयंक चावला
आगरा, 5 सितंबर 2025 :
यूपी के आगरा जिले की पुलिस ने विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से मोटी रकम वसूलने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गैंग के सरगना समेत 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी ई-वीजा, नकली सरकारी दस्तावेज, कॉल लेटर और अपॉइंटमेंट लेटर बरामद हुए हैं।
थाना हरी पर्वत व सर्विलांस टीम की जांच में सामने आया कि यह गिरोह सोशल साइट्स पर फर्जी विज्ञापन डालकर युवाओं को नौकरी का लालच देता था। मुख्य आरोपी अंकित गुप्ता नामक व्यक्ति फर्जी जॉब सेंटर चलाकर इस पूरे खेल का संचालन कर रहा था। ठगी करने के लिए आरोपी डमी आईडी पर किरायानामा बनाकर भरोसेमंद माहौल तैयार करते थे और युवाओं से लाखों रुपये ऐंठ लेते थे। यह गिरोह अब तक 3 करोड़ से ऊपर की बेरोजगार युवाओं से ठगी कर चुका है।

दबोचा गया गिरोह आगरा के संजय प्लेस स्थित सत्यम काम्प्लेक्स में दफ्तर खोल रखा था। यहां एसआईं ओवरसीज के नाम से एक कंपनी बनाई थी। यह कंपनी सोशल मीडिया के जरिए से विदेश में नौकरी दिलवाने का प्रचार करती थी। विदेश में नौकरी करने की ख्वाहिश रखने वाले युवक उनके नंबरों पर कॉल किया करते थे। बेरोजगार युवाओं को भरोसा दिलाने के लिए अन्य कई फर्जी कंपनियों के नाम भी यह लोग बताते थे और अपने ऑफिस का एड्रेस भी युवाओं को दे देते थे। जब कोई युवा वहां पहुंचता था तो वह इन लोगों का जल्द ही विश्वास कर शिकार बन जाता था।
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि यह आरोपी बेरोजगार युवाओं को गुमराह कर भारी भरकम रकम वसूलते थे। पुलिस की टीम ने लगातार निगरानी रखकर इस पूरे अंतर्राज्यीय गिरोह को दबोचा है। गैंग का मास्टरमाइंड अंकित गुप्ता है जो कि पहले भी ऐसे मामलों में दिल्ली में पकड़ा जा चुका है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। अंकित ने बताया कि गैंग के नवनीत जैन व हेमंत शर्मा फर्जी ऑफर लेटर और वीजा बनाते थे इसमें विजय कुमार, रजनीकांत, राजेश शर्मा व विशाल मेहता कॉलिंग किया करते थे। पुलिस ने इनके पास से एक कार, कई कम्प्यूटर, 6 मोबाइल फोन, 1 पासपोर्ट, 3 ATM कार्ड, 1 प्रिंटर, कई कम्पनियो के फर्जी ऑफर लैटर व इंटरनेशनल डिजिटल मुहरें व 351 वीजा सहित अन्य सामान बरामद किया है।






