
अमित मिश्र
प्रयागराज, 6 सितंबर 2025 :
यूपी में तीर्थराज प्रयागराज जिले में संगम तट पर बड़े (लेटे) हनुमान जी का मंदिर जलशयन के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुला है। यहां अभी भी गंगा मैया का पवित्र जल लेटे हनुमान जी को स्पर्श कर रहा। लगातार 5वीं बार हनुमान जी को गंगा मैया ने स्नान कराया है। इसको लेकर जहां श्रद्धालुओं में आस्था दिख रही है वहीं महंत बलवीर गिरि ने इसे पूरे देश के लिए शुभ संकेत बताया है।
अक्सर जब भी कहीं बाढ़ आती है तो लोग भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आपदा से पूरे इलाकों को बचाया जा सके। लेकिन प्रयागराज का अनोखा हनुमान मंदिर है जहां पर मां गंगा का मंदिर में प्रवेश करने से पहले पूजा पाठ आरती शंखनाद के साथ स्वागत किया जाता है। इस दफा मानसून में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से संगम तट पर बड़े हनुमान जी जलशयन को चले गए थे। कुछ दिन पूर्व ही मंदिर के कपाट दर्शन को खोले गए। इस बार हनुमान जी के मंदिर में पांचवी बार गंगा का पानी पहुंचा था।जानकार कहते हैं कि इससे पहले कभी हनुमान जी को मां गंगा ने पांच बार स्नान नहीं कराया था। मंदिर में उनके आगमन का आरती व पूजा-अर्चना से भव्य स्वागत सत्कार किया गया।
मंदिर के कपाट बंद करने से पहले मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने आरती करते हुए बाल स्वरूप हनुमान मंदिर का रूप लेकर हनुमान मंदिर के ऊपरी हिस्से में जाकर ले जाकर पूजा पाठ आरती के साथ रख दिया ताकि संगम हनुमान मंदिर के दर्शन करने आने वाले लोग इस बाल स्वरूप हनुमान जी का दर्शन और पूजन कर सके। महंत बलवीर गिरी के मुताबिक यह बहुत शुभ संदेश है। क्योंकि प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ ने एक रिकॉर्ड बनाकर बड़ा संदेश पूरे विश्व को दिया था। इसलिए महाकुंभ के आयोजन के बाद मां गंगा ने भी शुभ मानते हुए संगम के हनुमान जी को पांचवी बार स्नान करवा दिया।