• About Us
  • T&C
  • Privacy Policy
  • Contact Us
  • Site Map
The Ho HallaThe Ho HallaThe Ho Halla
  • Ho Halla Special
  • State
    • Andhra Pradesh
    • Arunachal Pradesh
    • Assam
    • Bihar
    • Chandigarh
    • Chhattisgarh
    • Delhi
    • Gujarat
    • Haryana
    • Himachal Pradesh
    • Jammu & Kashmir
    • Jharkhand
    • Karnataka
    • Kerala
    • Madhya Pradesh
    • Maharashtra
    • Manipur
    • Odhisha
    • Punjab
    • Rajasthan
    • Sikkim
    • Tamil Nadu
    • Telangana
    • Uttar Pradesh
    • Uttrakhand
    • West Bengal
  • National
  • Religious
  • Sports
  • Politics
Reading: गोरखनाथ मंदिर : सत्संग में जुटे श्रद्धालु, कथा व्यास बोले…जप से अधिक प्रभु स्मरण प्रभावी
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
The Ho HallaThe Ho Halla
Font ResizerAa
  • Ho Halla Special
  • State
    • Andhra Pradesh
    • Arunachal Pradesh
    • Assam
    • Bihar
    • Chandigarh
    • Chhattisgarh
    • Delhi
    • Gujarat
    • Haryana
    • Himachal Pradesh
    • Jammu & Kashmir
    • Jharkhand
    • Karnataka
    • Kerala
    • Madhya Pradesh
    • Maharashtra
    • Manipur
    • Odhisha
    • Punjab
    • Rajasthan
    • Sikkim
    • Tamil Nadu
    • Telangana
    • Uttar Pradesh
    • Uttrakhand
    • West Bengal
  • National
  • Religious
  • Sports
  • Politics
Follow US
  • Advertise
© 2022 TheHoHalla All Rights Reserved.
The Ho Halla > Blog > State > Uttar Pradesh > गोरखनाथ मंदिर : सत्संग में जुटे श्रद्धालु, कथा व्यास बोले…जप से अधिक प्रभु स्मरण प्रभावी
Uttar Pradesh

गोरखनाथ मंदिर : सत्संग में जुटे श्रद्धालु, कथा व्यास बोले…जप से अधिक प्रभु स्मरण प्रभावी

thehohalla
Last updated: September 7, 2025 11:19 am
thehohalla 6 days ago
Share
SHARE

हरेंद्र दुबे

गोरखपुर, 7 सितंबर 2025 :

यूपी के गोरखपुर जिला मुख्यालय स्थित महंत दिग्विजय नाथ व ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पुण्य तिथि के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में भारी संख्या में श्रद्धालु जुट रहे हैं। व्यास पीठ पर विराजमान गोपाल मंदिर अयोध्या धाम के जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी राम दिनेशाचार्य महाराज ने कहा कि इस संसार में न सुख स्थाई न दुख स्थाई है। प्रभु नाम के जप से अधिक उनके नाम का स्मरण का प्रभाव अधिक होता है क्योंकि स्मरण किसी भी परिस्थित में, कभी भी किया जा सकता है।

कथा व्यास ने आगे कहा कि अपने ईष्ट का स्मरण ही हमें मोक्ष प्रदान करेगा। इस पृथ्वी पर जो भी आया है उसे मरना ही है इसलिए मरने की चिंता न करके मन को भगवान के चरण में लगाना चाहिए ताकि जन्म मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाए। बार बार जन्म लेने का कारण हमारी कामनाएं है इसलिए इस जन्म में जो कामनाएं नहीं पूर्ण होती है तो उसके लिए जीव को दुबारा जन्म लेना पड़ता है । प्रभु भक्ति से ही हमारी सभी सांसारिक कामनाएं नष्ट हो जाती है। जीवन की सद्गति के लिए सत्संग की आवश्यकता है। जिस व्यक्ति को भूख एवं प्यास सहन न हो पाये और क्रोधित हो जाए तो उसके उपर कलयुग अधिक सवार हो जाता है। यदि कोई गलती या अपराध हो जाये तो उसे हमे स्वीकार कर लेना चाहिए और भगवान हमारे गलती को सुधारने के लिए तत्पर हो जाते हैं।

कथा व्यास ने कहा वक्ता होना कठिन नही है श्रोता होना कठिन है। क्योंकि कोई श्रोता किसी की कथा सुन कर जीवन को मुक्त करता है। ऐसे परीक्षित महाराज हैं। वे इतने अच्छे श्रोता है कि स्वयं भगवान् सुकदेव कथा सुनाने अपने आप उनके पास पहुंच जाते जाते हैं। किसी साधु का चित्त में केवल स्मरण हो जाए तो जीवन में सुधार हो जाएगा।

उन्होंने भजन “अर्थ चाहिए न धर्म काम चाहिए, कौशल्या कुमार मुझे राम चाहिए ” गाकर भक्ति के रस को सर्वश्रेष्ठ बताया। कथा व्यास ने कहा कि जैसे मिट्टी से बने बर्तन नष्ट होकर पुनः मिट्टी बन जाते हैं उसी प्रकार परमात्मा से उत्पन्न सभी जीवात्मा मुक्त होने पर परमात्मा में मिल जाते हैं। बर्तन बनाने से पहले तथा टूटने के बाद जैसे मिट्टी ही रहती है उसी प्रकार सृष्टि होने के पूर्व भी परमात्मा ही था और सृष्टि के प्रलय होने पर भी परमात्मा की ही सत्ता रहती है। यही सनातन सत्य है। कथा का समापन आरती और प्रसाद वितरण से हुआ।

TAGGED:#GorakhnathMandir#LocalNewslatest UP newsNationalNewsuttar pradeshताजाखबरहिंदी न्यूज
Share This Article
Facebook Email Print
Previous Article UP T20 क्रिकेट लीग : ​काशी रुद्रास ने मेरठ मावरिक्स को हराकर जीता खिताब
Next Article वाराणसी: नगर आयुक्त ने लिया घाटों व शहर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का जायजा
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Ho HallaThe Ho Halla
© The Ho Halla. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?

Powered by ELEVEN BRAND WORKS LIMITED