
लखनऊ, 21 अगस्त 2025:
यूपी के कई जिलों में खाद का संकट किसानों को परेशान किए है। सहकारी समितियों पर रोज किसानों की भीड़ जुटने के साथ हंगामा हो रहा है। इस बीच योगी सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए खाद की जमाखोरी और कालाबाजारी रोक पाने में नाकाम अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि श्रावस्ती के कृषि अधिकारी अशोक प्रसाद मिश्र को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले सीतापुर के जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार सिंह और बलरामपुर के जिला कृषि अधिकारी प्रकाश चंद्र विश्वकर्मा को भी निलंबित किया जा चुका है।
मंत्री शाही ने दावा किया कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है, बल्कि जमाखोरी, कालाबाजारी और तस्करी करने वाले तत्व संकट पैदा कर रहे हैं। जांच में पता चला है कि कई लोग अपनी आवश्यकता से कहीं अधिक खाद ले रहे हैं। उदाहरण के तौर पर सिद्धार्थनगर में शब्बीर हसन और कमाल हसन ने 40-50 बोरी खाद ली, जबकि उनके पास कोई जोत ही नहीं थी। प्रशासन ऐसे मामलों में संबंधित खाद लाइसेंसधारियों को नोटिस जारी कर रहा है।
कृषि मंत्री ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 15.91 लाख मीट्रिक टन विभिन्न प्रकार की खाद उपलब्ध है। खरीफ 2025 में अब तक 32.07 लाख मीट्रिक टन यूरिया की बिक्री हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.5 लाख मीट्रिक टन अधिक है। 15 से ज्यादा जिलों में 10 हजार मीट्रिक टन से अधिक यूरिया की खपत दर्ज की गई, इसके बावजूद सरकार ने कहीं कमी नहीं होने दी।
रबी 2025-26 सीजन के लिए राज्य में 138.78 लाख हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 4 लाख हेक्टेयर अधिक है। सरकार ने किसानों को समय पर खाद और बीज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।






