बाराबंकी, 2 दिसंबर 2025:
कोतवाली शहर क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी में रहने वाले शासकीय अधिवक्ता के बेटे ने अपने घर के आंगन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इस अनहोनी से वकील समुदाय के साथ छात्र के दोस्त व माता पिता सकते में रह गए। खुदकुशी का कोई ठोस कारण अभी तक पता नहीं चल सका है।
आवास विकास कॉलोनी में जयहिंद इंटर कालेज के पास शासकीय अधिवक्ता रमेश वर्मा किराये के आवास में रहते हैं। बताया गया कि मूल रूप से दरियाबाद के जेठौती कुर्मियान में रहने वाले रमेश वर्मा सोमवार की सुबह कचहरी चले गए व पत्नी अपने ट्रेनिंग सेंटर को निकल गईं। बड़ी बेटी लखनऊ में रहकर पढ़ाई कर रही है। बीकॉम कर चुका उनका बेटा अनन्य घर में अकेला था।
पिता रमेश शाम से पहले ही कचहरी से वापस आये तो दरवाजा बंद मिला। आवाज देने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो जिज्ञासावश वो खिड़की से झांकने लगे। इस दौरान उन्होंने जो मंजर देखा उससे वो चीख पड़े। अंदर अनन्य फांसी के फंदे से लटका था। उसने घर के आंगन में ऊपर रखे जाल के सहारे फांसी लगा ली थी।
किसी तरह अंदर दाखिल होने के बाद पुलिस की मदद से शव नीचे उतारा गया। अनन्य की खुदकुशी की खबर फैलते ही भारी संख्या में वकील और उसके दोस्त भी पहुंच गए। मां लौटी तो बेटे का शव देख बेसुध हो गई। सबके दिमाग में यही सवाल तैर रहा था कि आखिर अनन्य ने फांसी क्यों लगाई। पिता खुद हतप्रभ थे कि मृदुल स्वभाव का उनका बेटा कैसे इतना व्यथित हुआ कि ये नौबत आ गई। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। देर शाम बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया।






