मुंबई, 5 जुलाई 2025
महाराष्ट्र में जारी भाषा विवाद धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। बीते दिनों मीरा रोड़ में हुई घटना के बाद अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शुक्रवार को भाषा के नाम पर हिंसा के इस्तेमाल की निंदा की और चेतावनी दी कि मराठी गौरव की आड़ में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उनकी यह टिप्पणी मुंबई के पास मीरा रोड पर एक दुकानदार पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के दो दिन बाद आई है, क्योंकि उसने पूछा था कि मराठी बोलना क्यों अनिवार्य है। 48 वर्षीय दुकानदार बाबूलाल चौधरी पर सात लोगों ने हमला किया, क्योंकि उसने कहा था कि महाराष्ट्र कई भाषाओं का घर है। समूह ने कथित तौर पर उसे बार-बार थप्पड़ मारे और उसे इलाके में अपना व्यवसाय जारी न रखने की चेतावनी दी। उन्होंने धमकी देते हुए कहा, “अगर तुम मराठी नहीं जानते हो तो महाराष्ट्र में मत रहो। अगर तुम मराठी नहीं बोलोगे तो हम सबको पीटकर भगा देंगे और तुम्हारी दुकान तोड़ देंगे और जला देंगे।”
मराठी भाषा का अपमान करने के आरोपी का बचाव करने वाली मनसे और गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने भी यह कहकर समर्थन जताया कि मराठी का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया इसके विपरीत थी।
फडणवीस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है। लेकिन अगर कोई भाषा के नाम पर गुंडागर्दी करता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई भाषा के आधार पर लोगों को मारता-पीटता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।” फडणवीस, जिनके पास गृह मंत्रालय का भी प्रभार है, ने पुष्टि की कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले में तत्काल कार्रवाई कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में भाषा आधारित विवाद पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सवाल किया, “कभी-कभी मुझे आश्चर्य होता है कि ये लोग अंग्रेजी तो अपना लेते हैं लेकिन हिंदी को लेकर विवाद पैदा करते हैं। यह कैसी सोच और कैसी कार्रवाई है?”
फडणवीस ने जोर देकर कहा कि अपनी मातृभाषा पर गर्व करने से दूसरी भाषाओं के खिलाफ अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो कोई भी कानून अपने हाथ में लेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।