श्रीनगर, 28 जुलाई 2025 –
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादी हाशिम मूसा की भूमिका की पुष्टि होने के बाद खुफिया एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। भारतीय सेना ने महादेव घाटी में ऑपरेशन चलाकर पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को ढेर कर दिया, जिनमें मूसा भी शामिल था। हाशिम मूसा पाकिस्तान की विशेष सेवा समूह (SSG) का पूर्व कमांडो था जिसे सेना से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद वह लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया और कश्मीर घाटी में घुसपैठ कर खतरनाक आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने लगा।
सूत्रों के अनुसार, मूसा ने सितंबर 2023 में भारत में घुसपैठ की और श्रीनगर के पास बडगाम को अपना ऑपरेशनल बेस बनाया। खुफिया सूत्रों का कहना है कि मूसा को पाकिस्तानी सेना और ISI का समर्थन प्राप्त था। वह खुफिया ऑपरेशन्स, अनकंवेंशनल वॉरफेयर, अत्याधुनिक हथियारों का संचालन, और हाथापाई में माहिर था। उसके प्रशिक्षण और SSG बैकग्राउंड की जानकारी उन 14 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) में से एक ने दी, जिनसे पूछताछ की गई थी।
मूसा 2024 में कश्मीर में हुए तीन बड़े आतंकी हमलों में शामिल था, जिनमें 6 गैर-स्थानीय नागरिक, एक डॉक्टर, दो भारतीय सैनिक और दो पोर्टर मारे गए थे। पहलगाम हमले में मूसा के अलावा पाकिस्तानी आतंकी अली भाई और दो स्थानीय आतंकी आदिल थोकर और आसिफ शेख की संलिप्तता भी सामने आई है।
जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि और भी पाकिस्तानी आतंकवादी इस हमले में शामिल हो सकते हैं, जिनके नाम OGW से पूछताछ के बाद उजागर हो सकते हैं। इस खुलासे से एक बार फिर यह स्पष्ट हुआ है कि पाकिस्तान की सेना और ISI कश्मीर में आतंकवाद को हवा देने की साजिश में शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियां आगे की जांच में और बड़े खुलासे होने की संभावना जता रही हैं।