विजय पटेल
रायबरेली, 10 दिसंबर 2025:
यूपी के रायबरेली जिले में बेवजह दबंगई दिखाना एक हिस्ट्रीशीटर को भारी पड़ गया। चंदापुर क्षेत्र के पूरे मोती पासी गांव में हुए एक सनसनीखेज मामले का पुलिस ने खुलासा किया। इस खुलासे ने ग्रामीणों और पुलिस दोनों को चौंका दिया है। बीते 30 नवंबर को गांव के रहने वाले आधा दर्जन मुकदमों के आरोपी दीपक गोसाई का शव सड़क किनारे संदिग्ध हालत में मिला था। परिजनों ने शव को देखकर इसे सड़क दुर्घटना माना।

हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरे मामले की तस्वीर ही बदल दी। रिपोर्ट में दीपक के शरीर पर कई चोटों के निशान पाए गए। इससे पुलिस को दुर्घटना के बजाय हत्या का संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस टीम ने अपनी छानबीन और तकनीकी जांच की मदद से घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ीं और आखिरकार दो आरोपियों अमित और आवेश को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि घटना वाले दिन वे अपने दो और साथियों के साथ एक दावत से लौट रहे थे। रास्ते में अचानक दीपक ने उनकी बाइक पर डंडा चला दिया। बताया जाता है कि दबंग प्रवृत्ति और पुरानी आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण दीपक अक्सर राहगीरों से दुर्व्यवहार करता था। आरोपियों के अनुसार उसकी हरकत से गुस्से में आकर उन्होंने दीपक को रोक लिया और डंडे व घूंसों से उसकी जमकर पिटाई कर दी। जब वह बेहोशी की हालत में गिर पड़ा तो उसे सड़क किनारे फेंककर सभी मौके से फरार हो गए।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने अपने दो और साथियों के नाम भी पुलिस को बताए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मृतक दीपक के खिलाफ चोरी, लूट और आर्म्स एक्ट समेत करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज थे। उसके दबंग स्वभाव को लेकर पहले भी शिकायतें आती रही थीं।






