
लखनऊ, 2 मार्च 2025:
यूपी की योगी सरकार मार्च के महीने में मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकती है। होली के बाद इस फेरबदल की संभावना है जो मिशन 2027 के लिए अहम मानी जा रही है। कई समीकरण एक साथ साधने के लिए विस्तार के साथ संगठन को भी नया चेहरा मिलने की उम्मीद है।
उपचुनाव में सपा को करारी शिकस्त देकर मिशन 2027 पर फतह की कवायद तेज
कुंदरकी और मिल्कीपुर के उपचुनाव में सपा प्रत्याशियों को करारी हार देने वाली भाजपा मिशन 2027 को लेकर जोश में है। इसी शिकस्त को दोहराने के लिए सीएम योगी ने रणनीति के तहत काम करना शुरू भी कर दिया है। इसके लिए पहला कदम यूपी के जिलों में जिलाध्यक्षों को बदल कर किया जाएगा। नई लिस्ट अभी जारी नहीं हुई है लेकिन इसमें अधिकांश चेहरे बदलने पर मुहर लग चुकी है। ऐसे में संगठन के प्रदेश मुखिया भूपेंद्र सिंह चौधरी की जगह कोई दूसरा कमान सम्भालेगा।
मंत्रिमंडल में पश्चिमी यूपी की भागीदारी संग कई समीकरण साधने पर फोकस
वर्तमान अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल कर नए लोगों को भी मौका दिया जाएगा। सीएम और दोनों डिप्टी सीएम चूंकि पूर्वी यूपी से आते हैं तो सरकार पश्चिमी यूपी में भागीदारी बढाने पर फोकस करेगी। क्षेत्रीय और जातीय समीकरण साधने के लिए जाट और गुर्जर चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। ऐसे में कई भाजपा नेताओं की लॉटरी खुल सकती है वहीं शिकायतों वाले मंत्रियों के विभाग भी बदलने की तैयारी चल रही है। फिलहाल सभी बदलाव हर वर्ग के प्रतिनिधियों को मौका देने के लिहाज से किये जायेंगे क्योंकि सरकार मिशन 2027 के लिए कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है।






