लखनऊ, 11 सितंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में हैदर कैनाल के किनारे बसी दलित बाहुल्य बस्ती को बचाने की मांग को लेकर गुरुवार को सैकड़ों युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। आजाद समाज पार्टी के बैनर तले यह प्रदर्शन परिवर्तन चौक से विधानसभा की ओर बढ़ा, लेकिन पुलिस ने केडी सिंह बाबू स्टेडियम के पास ही उन्हें रोक लिया। बैरिकेडिंग के बाद प्रदर्शनकारी वहीं धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शनकारियों के हाथों में “अस्तित्व बचाओ, भविष्य बचाओ” लिखे पोस्टर थे और आंदोलन को “हैदर कैनाल दलित बाहुल्य बस्ती बचाओ आंदोलन” नाम दिया गया। उनका कहना है कि विकास परियोजना के नाम पर हजारों गरीब और वंचित परिवार बेघर किए जा रहे हैं।
आजाद समाज पार्टी के प्रदेश सचिव अनिकेत धानुक ने आरोप लगाया कि गयासुद्दीन हैदर नहर के किनारे की यह बस्ती सौ साल पुरानी है, जहां 90 प्रतिशत दलित, बहुजन और वंचित समुदाय के लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार 2270 करोड़ रुपये की विकास परियोजना के नाम पर लगभग सात लाख लोगों को उजाड़ने की तैयारी कर रही है।
धानुक ने कहा, “हम विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन ऐसा विकास भी स्वीकार नहीं जो गरीबों और मेहनतकश परिवारों को उजाड़कर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाए। यह लड़ाई सिर्फ हैदर कैनाल को बचाने की नहीं बल्कि पूरे दलित समाज और मेहनतकश परिवारों के हक और न्याय की है। हम जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी मांग रखेंगे।”