
नई दिल्ली, 23 जुलाई 2025
केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि 2024 में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भारतीयों को 22,845.73 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। यह पिछले वर्ष के आंकड़ों की तुलना में लगभग 206% की भारी वृद्धि है।
आज लोकसभा में एक लिखित प्रश्न का उत्तर देते हुए, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (MoS) बंदी संजय कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) और गृह मंत्रालय के अंतर्गत I4C द्वारा संचालित नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग एवं प्रबंधन प्रणाली (CFCFRMS) के अनुसार, 2024 में, “देश भर के नागरिकों को साइबर धोखाधड़ी के कारण कुल 22,845.73 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यह पिछले वर्ष के 7,465.18 करोड़ रुपये की तुलना में 206% अधिक है।”
मंत्री ने कहा कि 2023 में एनसीआरपी और सीएफसीएफआरएमएस में 24,42,978 धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए और 2024 में 36,37,288 ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामले सामने आए।
राज्य मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2022 में एनसीआरपी को 10,29,026 साइबर अपराध रिपोर्ट किए गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 127.44% अधिक है। 2023 में 15,96,493 मामले दर्ज किए गए, जो 55.15% की वृद्धि है। 2024 में 22,68,346 मामले दर्ज किए गए, जो 42.08% की वृद्धि है।
मंत्री ने कहा, “वित्तीय धोखाधड़ी की तुरंत रिपोर्ट करने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए I4C के तहत 2021 में CFCFRMS लॉन्च किया गया था,” लेकिन उन्होंने कहा कि इसने अब तक दर्ज की गई 17.82 लाख से अधिक शिकायतों में से 5,489 करोड़ रुपये बचाए हैं।






