
गया, 10 अप्रैल 2025
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पोती की बुधवार को बिहार के गया में उसके पति ने कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना उस समय घटी जब पीड़िता सुषमा देवी, उसके बच्चे और बहन पूनम कुमारी अत्री प्रखंड के टेटुआ गांव में घर पर थे।
गया लोकसभा सीट से सांसद और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री मांझी की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई। वे बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के संस्थापक भी हैं।
पूनम के अनुसार, दोपहर करीब 12 बजे काम से घर लौटने के बाद सुषमा और उसके पति रमेश के बीच झगड़ा हुआ। झगड़े के दौरान ही रमेश ने कथित तौर पर देसी पिस्तौल निकाली और पूनम पर गोली चला दी और मौके से भाग गया।
दूसरे कमरे में मौजूद पूनम और सुषमा के बच्चे जब पीड़िता के कमरे की ओर दौड़े तो उन्होंने देखा कि वह खून से लथपथ पड़ी थी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा, “वह पटना से आया था। हम रमेश के लिए मौत की सजा की मांग करते हैं। मेरी बहन की हत्या के लिए उसे फांसी दी जानी चाहिए। मेरी बहन अब इस दुनिया में नहीं रही।”
गोली की आवाज सुनकर स्थानीय निवासी भी घर की ओर दौड़े। सुषमा एक “विकास मित्र” के रूप में काम करती थी – एक व्यक्ति जो बिहार महादलित विकास मिशन के तहत विकास पहलों के लिए राज्य सरकार और समाज के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है – जबकि रमेश पटना में ट्रक चलाता है।
गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आनंद कुमार ने कहा कि आरोपियों का पता लगाने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा, “साक्ष्य एकत्र करने के लिए एक फोरेंसिक टीम और तकनीकी विशेषज्ञों को अपराध स्थल पर भेजा गया है। आगे की जांच जारी है।” सूत्रों ने बताया कि सुषमा और रमेश अलग-अलग जाति के हैं और उनकी शादी 14 साल पहले हुई थी।






