
नई दिल्ली, 3 अगस्त 2025
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) का आयात तेज़ी से बढ़ा दिया है। जनवरी 2025 के बाद से भारत ने अमेरिका से तेल खरीद में 51 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग और रणनीतिक साझेदारी में मजबूती आई है।
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में भारत ने इस बार प्रति दिन 0.18 मिलियन बैरल की जगह 0.271 मिलियन बैरल क्रूड ऑयल आयात किया है। सिर्फ अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में ही यह वृद्धि 114 प्रतिशत दर्ज की गई है।
आर्थिक रूप से भी यह परिवर्तन बड़ा असर डाल रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में भारत ने अमेरिका से 1.73 बिलियन डॉलर का तेल आयात किया था, जबकि 2025-26 की पहली तिमाही में यह बढ़कर 3.7 बिलियन डॉलर हो गया है। जुलाई 2025 में भारत ने जून के मुकाबले 23 प्रतिशत अधिक क्रूड ऑयल अमेरिका से मंगवाया। पहले अमेरिका का भारत के कुल क्रूड इंपोर्ट में 3% हिस्सा था, जो अब बढ़कर 8% हो गया है।
सरकारी सूत्रों की मानें तो भारतीय कंपनियां 2025-26 में अमेरिका से क्रूड ऑयल का इंपोर्ट 150 प्रतिशत तक बढ़ा सकती हैं।
तेल के साथ-साथ भारत ने अमेरिका से LPG और LNG का आयात भी बढ़ाया है। 2024-25 में भारत का LNG आयात 1.41 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2.46 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी साझा हितों और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है। ऊर्जा सहयोग अब इस रिश्ते का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन गया है। इससे स्पष्ट है कि भारत अमेरिका के साथ अपने आर्थिक और कूटनीतिक रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में अग्रसर है।






