नई दिल्ली,17 मार्च 2025
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में नेतृत्व करना चाहिए, क्योंकि उसकी भौगोलिक स्थिति, जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और समृद्धि इसे एक महत्वपूर्ण शक्ति बनाते हैं। उन्होंने कहा कि बदलती वैश्विक परिस्थितियों में भारत की भूमिका लगातार बढ़ रही है। उन्होंने चीन की गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा कि चीन नियम-आधारित व्यवस्था को चुनौती दे रहा है और विघटनकारी गतिविधियों में आगे बढ़ रहा है। चीन के एक प्रमुख आर्थिक और सामरिक शक्ति के रूप में उभरने से न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, बल्कि ग्लोबल साउथ का नेतृत्व करने के भारत के प्रयासों में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
सेना प्रमुख ने पाकिस्तान और चीन की बढ़ती नजदीकियों को भी गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि इन दोनों देशों की ‘मिलीभगत’ से सुरक्षा चुनौतियां बढ़ गई हैं और भारत के लिए दो मोर्चों पर खतरा एक वास्तविकता बन गई है। जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा कि भारत एक बेहद अस्थिर पड़ोस में स्थित है, जहां विभिन्न सुरक्षा चिंताएं बनी रहती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को अपनी सुरक्षा रणनीति मजबूत रखनी होगी ताकि वह किसी भी प्रकार की चुनौती का प्रभावी ढंग से सामना कर सके।