काठमांडू, 10 अगस्त 2025
भारत और नेपाल के बीच सोमवार को उच्च स्तरीय व्यापार वार्ता शुरू हुई, जिसमें दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने और सीमा क्षेत्रों में संपर्क सुविधाओं को मजबूत करने पर जोर दिया। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में हुई इस बैठक में ऊर्जा, परिवहन और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।
बैठक में नेपाल ने भारत से पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति में रियायतें देने और सीमा पर भीड़ कम करने के लिए आधुनिक चेकपोस्ट विकसित करने की मांग की। भारत ने बदले में नेपाली कृषि और हस्तशिल्प उत्पादों के लिए अपने बाजार में आसान पहुंच देने का प्रस्ताव रखा। दोनों पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि व्यापार और निवेश के साथ-साथ लोगों के बीच संपर्क भी मजबूत किया जाए।
सूत्रों के मुताबिक, इस वार्ता के दौरान सीमा विवाद से जुड़े मुद्दों पर भी अनौपचारिक रूप से चर्चा हो सकती है, हालांकि इसे आधिकारिक एजेंडे में शामिल नहीं किया गया है। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत-नेपाल संबंध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से गहरे जुड़े हैं और यह वार्ता इन्हें और प्रगाढ़ करने का अवसर है।
बैठक के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि व्यापारिक अवरोधों को कम करने और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कार्य समूह गठित किए जाएंगे। अगले छह महीनों में इस समूह की पहली प्रगति रिपोर्ट पेश की जाएगी।
भारतीय मंत्री ने कहा कि भारत, नेपाल के ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश के लिए तैयार है, विशेष रूप से जलविद्युत परियोजनाओं में। नेपाल ने भी इस सहयोग का स्वागत करते हुए कहा कि इससे दोनों देशों के लिए दीर्घकालिक लाभ होगा।
अगली बैठक नई दिल्ली में 2026 की शुरुआत में आयोजित की जाएगी।