नई दिल्ली, 21 मई 2025
अमेरिका के टेक्सास में भारतीय युवक की हत्या का एक संगीन मामला सामने आया है। यहां पर 14 मई को ऑस्टिन में एक सार्वजनिक बस में भारतीय मूल के व्यक्ति ने ही एक भारतीय युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। बता दे कि पीडित अक्षय गुप्ता एक स्वास्थ्य-तकनीक स्टार्टअप के सह-संस्थापक थे और ऑस्टिन में सक्रिय उद्यमियों में शामिल थे।
ऑस्टिन पुलिस के इस मामले में (APD) के एक बयान के अनुसार, उन्हें एक बस में चाकू से हमला किए जाने की सूचना मिली थी। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां गुप्ता को गंभीर चोटों के साथ पाया गया। हालांकि प्राथमिक उपचार और जीवन रक्षक प्रयास किए गए, लेकिन उन्हें घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि पीड़ित, 30 वर्षीय अक्षय गुप्ता, बस में पीछे की सीट पर बैठा हुआ था जब उस पर 31 वर्षीय दीपक कंडेल ने जानलेवा हमला किया। हमला बिना किसी चेतावनी या उकसावे के हुआ।
एपीडी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, “कैंडेल ने अक्षय गुप्ता की गर्दन पर चाकू से वार किया।” जिसके बाद आरोपी कैंडेल बस के रूकने के बाद अन्य यात्रियों के साथ शांतिपूर्वक वाहन से बाहर निकल गया।” केएक्सएएन नेटवर्क के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जहां अक्षय गुप्ता को बस के पीछे चुपचाप हुआ देखा जा सकता है। वह बस में नीचे देखते हुए और किसी से बातचीत नहीं करते हुए दिखाई दे रहा है। तभी अचानक बिना किसी चेतावनी के, हमलावर अचानक खड़ा हुआ, और उसने अक्षत के सिर के ऊपर चाकू से वार कर दिए।
आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं ने जीवन रक्षक उपाय करने का प्रयास किया, लेकिन गुप्ता को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने कुछ ही देर बाद कंडेल को ढूंढ निकाला और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, कंडेल ने हत्या की बात कबूल कर ली, और इस अपराध में उसने दावा किया कि उसने यह केवल इसलिए किया क्योंकि गुप्ता “उसके चाचा जैसा दिखता था।”
एपीडी ने बताया, “अधिकारियों ने ‘गोली मारने/छुरा घोंपने’ की कॉल पर कार्रवाई की और पाया कि गुप्ता के शरीर पर चोट के निशान हैं।” कैंडेल पर प्रथम डिग्री हत्या का आरोप लगाया गया है और उसे ट्रैविस काउंटी जेल में रखा गया है।
गुप्ता हेल्थ-टेक स्टार्टअप स्पेस में एक उभरते हुए सितारे थे। उन्होंने ऑस्टिन में फुटबिट की सह-स्थापना की, जो वरिष्ठ नागरिकों को गतिशीलता और संतुलन में सुधार करने में मदद करने के लिए समर्पित एक कंपनी है। पेन स्टेट से मास्टर डिग्री प्राप्त गुप्ता को माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने उनके अभूतपूर्व नवाचार के लिए व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया था। उन्होंने हाल ही में अपने स्टार्टअप को जारी रखने के लिए अमेज़न की 300,000 डॉलर की नौकरी की पेशकश ठुकरा दी थी और उन्हें प्रतिष्ठित ओ-1ए वीज़ा प्राप्त हुआ था, जो विज्ञान में असाधारण क्षमता वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।