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भारत का ‘AI हथियार’ दुश्मनों के लिए बना काल, दोस्त-दुश्मन की पहचान में माहिर

नई दिल्ली, 12 जून 2025
भारत ने 14,000 फीट की ऊंचाई पर AI-बेस्ड ऑटोनॉमस वेपन सिस्टम का सफल परीक्षण कर रक्षा तकनीक में क्रांतिकारी छलांग लगाई है। यह आधुनिक हथियार न केवल खुद से टारगेट की पहचान और तबाही करने में सक्षम है, बल्कि AI तकनीक से यह दोस्त और दुश्मन के बीच भी सटीक अंतर कर सकता है।

बीएसएस एडवांस टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित इस सिस्टम का नाम AiD-AWSSA | LW है। यह हल्के और छोटे हथियारों जैसे INSAS, AK-47, सिग सॉयर 716 और नेगेव लाइट मशीन गन के साथ काम करता है। इस हथियार की सबसे बड़ी खूबी है इसका ह्यूमन-इन-द-लूप फीचर, जिसमें अंतिम निर्णय का नियंत्रण सेना के पास रहता है।

सात दिन तक चले परीक्षण के दौरान इसे विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में परखा गया। यह सिस्टम थर्मल और विजुअल सेंसर से लैस है, जिससे यह दिन-रात किसी भी मौसम में काम कर सकता है। इसमें रियल-टाइम मशीन लर्निंग की क्षमता भी है, जो इसे युद्ध की बदलती स्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में सक्षम बनाती है।

सिस्टम की एडवांस एज प्रोसेसिंग यूनिट कम नेटवर्क या GPS के बिना भी कार्य करने में सक्षम है। इसकी रिकॉइल-अडेप्टिव स्टेबलाइजेशन तकनीक फायरिंग के समय संतुलन बनाए रखती है। इसके साथ ही इसमें ड्रोन डिटेक्शन और काउंटर-यूएवी की क्षमताएं भी मौजूद हैं।

इस सफलता के साथ भारत अब अमेरिका, रूस, चीन और इजराइल जैसे देशों की कतार में आ गया है, जो लीथल ऑटोनॉमस वेपन सिस्टम (LAWS) विकसित कर चुके हैं। यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे भारत अब रक्षा क्षेत्र में केवल आयातक नहीं, बल्कि निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है।

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