
आदित्य मिश्र
अमेठी, 2 सितंबर 2025:
यूपी के अमेठी जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत बड़ी धांधली उजागर हुई है। पोर्टल से लिंक आधार कार्डों की जांच के बाद 28,678 राशन कार्ड धारक संदिग्ध मिले हैं। इन्हें योजना के तहत अपात्र मानकर एक-एक कार्ड धारक की जांच कर लिस्ट से हटाया जाएगा। राशन ले रहे इन संदिग्ध कार्डधारकों में कोई कंपनी का डायरेक्टर है कोई कई एकड़ जमीन का मालिक तो कोई सालाना तय रकम से अधिक आय रखता है। हैरत की बात ये है कि सैकड़ों ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने एक साल से राशन तक नहीं लिया।

बता दें कि अमेठी जिले में कुल अंत्योदय व पात्र गृहस्थी योजना के 3,45,786 कार्ड धारक हैं। जिनमें कुल यूनिट की संख्या 14 लाख 22310 है। अंत्योदय कार्ड की श्रेणी में कार्ड धारकों की संख्या 69959 है जबकि पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों की संख्या 275827 है। राशन पात्रों को मिल रहा है , इस मकसद से खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने राशन कार्ड धारकों के विवरण को आयकर विभाग, सड़क परिवहन मंत्रालय और कारपोरेट कार्य मंत्रालय जैसे सरकारी विभागों को भेजकर उनके डाटाबेस से मिलान कराया तो बड़ी संख्या में कार्ड धारक मुफ्त राशन की पात्रता से बाहर पाए गए। पता चला कि ऐसे संदिग्ध राशनकार्ड धारकों की संख्या जिले में 28678 मिली है।
इन कार्ड धारकों की पहचान कर केंद्र सरकार ने ब्लाकवार सूची जिलापूर्ति विभाग को भेज दी है।अब घर-घर जाकर इसका सत्यापन कराया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार जिले में 826 ऐसे कार्ड धारक हैं जो कंपनियों के डायरेक्टर हैं वहीं 847 लोग ऐसे जिनके पास 5 एकड़ से अधिक जमीन है। 12455 लोगों की वार्षिक आय दो लाख से ज्यादा है जबकि 476 की सालाना आय तीन लाख से ऊपर दर्ज है। इतना ही नही 56 व्यवसाईयों का वार्षिक टर्नओवर 25 लाख रुपए से अधिक है।
सूची में यह भी सामने आया है कि 1619 लोग मोटरसाइकिल के मालिक हैं। सरकार द्वारा भेजी गई सूची में 3301 लोगों के पास डुप्लीकेट राशन कार्ड मिले हैं वही 1779 लोग ऐसे हैं। जिन्होंने 1 साल में एक बार भी राशन नहीं लिया है। शासन इन सभी को संदिग्ध मानते हुए उनकी जांच कराने का आदेश दिया है। अमेठी के जिला पूर्ति अधिकारी शशिकांत सेन ने बताया कि शासन से मिली लिस्ट के आधार पर सत्यापन किया जा रहा है। जांच में मामला सही पाए जाने पर संबंधित कार्ड निरस्त किए जाएंगे।






