Uttrakhand

उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा : खाद्य व औषधि प्रतिष्ठानों की सख्त निगरानी, कांवड़ियों की हर सुविधा का ध्यान

देहरादून, 20 जुलाई 2025:

उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा 2025 के सफल संचालन एवं श्रद्धालुओं को सुरक्षित और स्वच्छ सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों को कांवड़ियों से प्रशंसा मिल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यात्रा मार्गों पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा लगातार निगरानी एवं निरीक्षण का कार्य किया जा रहा है।

अपर आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी के नेतृत्व में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिसमें ऋषिकेश, डोईवाला एवं अन्य कांवड़ मार्गों पर स्थित होटलों, रेस्टोरेंटों और ढाबों में खाद्य सामग्री की स्वच्छता, भंडारण की स्थिति, किचन की साफ-सफाई और कर्मचारियों की स्वच्छता का गहन निरीक्षण किया गया। संदिग्ध खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए। फूड लाइसेंस न होने पर संबंधित प्रतिष्ठानों पर विभागीय कार्रवाई की गई।

दुकानों पर फूड लाइसेंस डिस्प्ले अनिवार्य

सरकार के निर्देशों के अनुसार अधिकांश प्रतिष्ठानों ने अपने वैध फूड लाइसेंस को स्पष्ट रूप से दुकान के बाहर डिस्प्ले किया है, जिससे श्रद्धालुओं को भोजन के लिए विश्वसनीय स्थानों की पहचान करने में सुविधा हो रही है। निरीक्षण के दौरान विभागीय टीम ने कांवड़ियों से सीधे संवाद भी किया। यात्रियों ने बेहतर सुविधाओं और भोजन की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया। उनका कहना था कि इस बार की यात्रा पहले से कहीं अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित प्रतीत हो रही है।

औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों पर भी सख्ती

देहरादून जनपद के ऋषिकेश व डोईवाला क्षेत्रों में औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों पर भी आकस्मिक निरीक्षण किए गए। 15 प्रतिष्ठानों के निरीक्षण के दौरान अनियमितताएं मिलने पर दो प्रतिष्ठानों को तत्काल बंद किया गया और एक के विरुद्ध लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति की गई।

ये मेडिकल स्टोर किए गए बंद

-माही मेडिकोज, दुर्गा चौक, जॉलीग्रांट-फार्मासिस्ट अनुपस्थित, औषधियों का भंडारण मानकों के अनुरूप नहीं, CCTV व्यवस्था नहीं।
-पनवार मेडिकोज, वीरभद्र रोड, निकट AIIMS ऋषिकेश-फार्मासिस्ट अनुपस्थित, असंतोषजनक भंडारण, निर्धारित क्षेत्रफल की कमी।

अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने स्पष्ट किया कि औषधि एवं खाद्य सुरक्षा मानकों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भविष्य में भी यदि कोई प्रतिष्ठान नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण दल में अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी के साथ उपायुक्त (खाद्य) गणेश कंडवाल, सहायक औषधि नियंत्रक सुधीर कुमार, औषधि निरीक्षक निधि रतूड़ी, अभिहित अधिकारी मनीष सयाना सहित कई अधिकारी शामिल रहे।

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