वाराणसी, 11 अप्रैल 2025:
पीएम नरेंद्र मोदी काशी के मेंहदीगंज में हुई जनसभा के दौरान अलग अंदाज में दिखे। काशीवासियों के प्रति अपने प्रेम का इजहार उन्होंने भोजपुरी में किया। कहा, काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम, आप सब लोग यहां हमें आपन आशीर्वाद देला। हम ई प्रेम के कर्जदार हौ। काशी हमार हौ, हम काशी के हौ।
विविधता की सबसे सुंदर तस्वीर काशी
पीएम के सम्बोधन का जादू जैसे जैसे गहराता गया। सभास्थल मोदी के नारों से गूंजता रहा। पीएम ने कहा कि भारत की आत्मा, उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलग रंग दिखता है। मुझे खुशी है कि काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं।
काशी में गंगा के साथ भारत की चेतना का प्रवाह
भारत आज विकास और विरासत, दोनों को एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल, हमारी काशी बन रही है। यहां गंगा का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। यूपी अब सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा। अब ये सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्पभूमि बन रहा है।
हर यात्री कहता है बनारस बहुत बदल गया है
हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है। बनारस बहुत बदल गया है। मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी बन रही है।
दिल्ली-मुंबई के बड़े वाले अस्पताल अब घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहाँ सुविधाएं लोगों के पास आती हैं।
बनास डेयरी ने बदली तस्वीर व तकदीर
बनास डेयरी ने काशी में हज़ारों परिवारों की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल दी है। इस डेयरी ने आपकी मेहनत को इनाम में बदला और सपनों को नई उड़ान दी। खुशी की बात ये कि इन प्रयासों से, पूर्वांचल की अनेकों बहनें अब लखपति दीदी बन गई हैं।