हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 31 दिसंबर 2024:
उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस (उत्तर प्रदेश दिवस) के अवसर पर योगी सरकार कला और संगीत के क्षेत्र में उभरती हुई प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें एक मंच देने के लिए एक विशेष संस्कृति उत्सव का आयोजन करने जा रही है। यह उत्सव 2 से 24 जनवरी, 2025 तक आयोजित होगा, जिसमें तहसील से लेकर राज्य स्तर तक विभिन्न स्पर्धाएं होंगी। इन प्रतियोगिताओं के जरिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
संस्कृति विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, “संस्कृति उत्सव 2024-25” का आयोजन ‘उत्तर प्रदेश पर्व: हमारी संस्कृति-हमारी पहचान’ थीम पर किया जाएगा। यह उत्सव लोक कला, शास्त्रीय संगीत, लोक नृत्य और शास्त्रीय नृत्य जैसी विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित करेगा। ग्रामीण अंचलों में प्रचलित लोक संगीत को भी प्रमुखता दी जाएगी, ताकि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सके।
स्पर्धाओं का आयोजन चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा, जिसमें 2 से 5 जनवरी 2025 तक तहसील मुख्यालय पर, 7 और 8 जनवरी को जनपद मुख्यालय पर, 10 से 12 जनवरी तक मंडलीय मुख्यालय पर और 18 से 20 जनवरी तक लखनऊ में मंडल स्तर के चयनित कलाकारों की प्रतियोगिताएं होंगी। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा और अंतिम रूप से चयनित कलाकारों की प्रस्तुति 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश पर्व के अवसर पर होगी।
प्रतियोगिताओं में शास्त्रीय, उप-शास्त्रीय, लोक संगीत, नृत्य, वादन और लोकनाट्य से जुड़ी विभिन्न विधाओं में कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। यह आयोजन उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को देश-विदेश में फैलाने और भावी पीढ़ी को हस्तांतरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।