
केरल, 17 फरवरी 2025
केरल के एक व्यस्त राजमार्ग पर एक बैंक में कथित तौर पर डकैती डालने वाले एक व्यक्ति को घटना के तीन दिन बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। यह डकैती मात्र ढाई मिनट तक चली। पुलिस ने आरोपी की पहचान 42 वर्षीय रिजो एंटनी के रूप में की है, जो शुक्रवार को त्रिशूर जिले के पोट्टा में फेडरल बैंक की शाखा में घुसा, चाकू की नोक पर बैंक के कर्मचारियों को शौचालय में बंद कर दिया और 15 लाख रुपये नकद लेकर अपने स्कूटर पर फरार हो गया।
त्रिशूर रेंज के डीआईजी हरि शंकर ने कहा कि डिजिटल साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को एंटनी तक पहुंचने में मदद मिली।
पुलिस के अनुसार, आरोपी बैंक के सामने स्थित चर्च में जाता था। चर्च से वह बैंक पर नज़र रखता था और सुरक्षा व्यवस्था पर नज़र रखता था। पुलिस ने बताया कि बैंक में लोगों की आवाजाही पर नज़र रखकर वह यह भी पता लगाता था कि किस समय बैंक में ग्राहकों की संख्या सबसे कम होती है। डीआईजी ने कहा, “लूट के दिन वह फर्जी नंबर प्लेट वाले स्कूटर पर बैंक पहुंचा था। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में डकैती के बाद इलाके में घूम रहे उसी स्कूटर को दिखाया गया था, इसलिए हमने उस खास ब्रांड के स्कूटर का इस्तेमाल करने वाले लोगों की तलाश करने का फैसला किया। चर्च से हमने ऐसे स्कूटर वाले लोगों की सूची एकत्र की और स्कूटर मालिकों की गतिविधियों की जांच की। इससे हम आरोपी तक पहुंचे।”
पुलिस के मुताबिक, आरोपी लूट के बाद सड़क के रास्ते अपने घर गया था। उसने लूट के समय पहनी जैकेट भी बदल ली थी।
डीआईजी शंकर ने बताया कि आरोपी बेरोजगार है और खाड़ी में काम करने वाली अपनी नर्स पत्नी द्वारा भेजे गए पैसों पर गुजारा करता था। “वह एक आलीशान जीवन जी रहा था, अपनी पत्नी द्वारा भेजे गए पैसे को बरबाद कर रहा था। उसने 10 लाख रुपये की देनदारी भी बना ली थी। अगले महीने उसकी पत्नी घर आने वाली थी, इसलिए वह देनदारी चुकाना चाहता था और इसीलिए उसने डकैती की योजना बनाई। सब कुछ सिर्फ़ दो हफ़्तों में ही प्लान किया गया था,” डीआईजी ने बताया।
सीसीटीवी फुटेज में शुक्रवार को दोपहर करीब 1.30 बजे पोट्टा स्थित फेडरल बैंक की शाखा के बाहर एक बैग-पहने व्यक्ति को आते हुए दिखाया गया है – जब अधिकांश कर्मचारी लंच ब्रेक पर गए हुए थे।
फुटेज में देखा जा सकता है कि व्यक्ति ड्यूटी पर मौजूद दो कर्मचारियों को चाकू से धमकाता है और उन्हें वॉशरूम में बंद कर देता है। इसके बाद वह कुर्सी से कैश काउंटर के शीशे को तोड़ देता है और कैश लेकर भाग जाता है। पुलिस ने बताया कि यह पूरा घटनाक्रम महज ढाई मिनट में हुआ। पुलिस ने बताया कि कैश काउंटर पर 47 लाख रुपये थे, लेकिन आरोपी केवल 15 लाख रुपये ही ले गए।






