
लखनऊ, 18 अप्रैल 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के आशियाना इलाके में स्थित लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में सोमवार की रात आग भड़कने की जांच पूरी हो गई है। डिप्टी सीएम ने 15 दिन में रिपोर्ट मांगी थी लेकिन कमेटी तीन दिन में निष्कर्ष पर पहुंच गई। कमेटी के मुताबिक आग की वजह शार्ट सर्किट नहीं बल्कि सिगरेट या बीड़ी का टुकड़ा था जो खिड़की के रास्ते स्टोर रूम में पहुंच गया और आग भड़क उठी।
सोमवार को लगी आग में एक मरीज की गई थी जान, डिप्टी सीएम ने 15 दिन में मांगी थी रिपोर्ट
बता दें कि अस्पताल में 14 अप्रैल को सोमवार रात भीषण आग लग गई थी। अस्पताल में अफरातफरी के बीच कर्मियों, डॉक्टरों और तीमारदारों ने मिलकर करीब 200 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। वहीं 61 वर्षीय रामकुमार प्रजापति की मौत हो गई। उन्हें 12 अप्रैल को ही सांस की तकलीफ के कारण ICU में भर्ती किया गया था। आग लगने के कारण ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित हो गई, जिससे उनकी जान चली गई। आग की शुरुआत अस्पताल की दूसरी मंजिल से बताई गई।
फिलहाल आग को काबू कर लिया गया। घटना का सीएम ने भी संज्ञान लेकर जांच को कहा था। फिलहाल मौके का जायजा लेने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के लिए टीम गठित की थी। डिप्टी सीएम ने कहा था कि टीम से 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
जांच टीम में हॉस्पिटल प्रशासन व विद्युत सुरक्षा अधिकारी रहे शामिल
जांच टीम में हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. संगीता गुप्ता, सीएमएस डॉ. राजीव दीक्षित, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी एवं चीफ फार्मासिस्ट डॉ. एपी सिंह व विद्युत विभाग की ओर से विद्युत सुरक्षा के सहायक निदेशक सुनील कुमार, आनंद कुमार गुप्ता, आरएन यादव और मुलायम सिंह यादव, शामिल किए गए।
टीम ने कहा…टॉयलेट से सिगरेट या बीड़ी का जलता टुकड़ा स्टोर रूम में गिरा तब फैली आग
टीम का मानना है कि आग शार्ट सर्किट की वजह से नहीं लगी। टॉयलेट के पिछले हिस्से में सिगरेट या बीड़ी के टुकड़े से आग लगी जिससे स्टोर में रखी ज्वलनशील सामग्री चपेट में आ गई। स्टोर के इलेक्ट्रिक स्विच ऑफ थे इसलिए शार्ट सर्किट होने की संभावना नहीं दिखती। स्टोर रूम से भड़की आग का धुंआ कॉरिडोर होते हुए आईसीयू में भरने लगा। इसी के बाद भगदड़ वाले हालात बने। रिपोर्ट में एसी का भी जिक्र कर कहा गया है कि देखरेख करने वाले कर्मचारी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही एसी की सर्विसिंग कराई गई थी और आग लगने के बाद सप्लाई एमसीसबी से बंद की गई थी। आग को स्टोर रूम का दरवाजा तोड़कर बुझाया गया था।






