
राम दशरथ यादव
लखनऊ, 15 अक्टूबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज इलाके में मंगलवार को हुए भीषण विस्फोट में साले-बहनोई की मौत के बाद पुलिस की सक्रियता से बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने गोसाईंगंज के मातन टोला निवासी नफीस की निशानदेही पर पठान बाबा वाली गली में एक बंद रेडीमेड गारमेंट सेंटर से करीब 23 कुंतल विस्फोटक बरामद किया है, जिसकी बाजार कीमत लगभग ₹5 लाख से अधिक आंकी गई है। विस्फोटक 68 कार्टून में छिपाकर रखा गया था।
गोसाईगंज इंस्पेक्टर बृजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि यह दुकान कई महीनों से बंद थी और इसे नफीस ने किराए पर लिया था। पुलिस अब दुकान मालिक का पता लगाने में जुटी है।
मालूम हो कि मंगलवार को बाइक सवार साले-बहनोई की एक विस्फोट में मौत हो गई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पटाखों की बढ़ती जांच के कारण साले-बहनोई विस्फोटक सामग्री को ठिकाने लगाने जा रहे थे, तभी रास्ते में गोवंश से टकराने पर विस्फोट हो गया।
इस घटना के बाद पुलिस ने जांच अभियान तेज किया। इंस्पेक्टर और सहायक पुलिस आयुक्त अपूर्वा पांडेय ने जौखंडी गांव में पटाखा कारखाने की जांच की थी। बताया जा रहा है कि गोसाईगंज और अमेठी कस्बों के अलावा कुछ गांवों में चोरी-छिपे पटाखे बनाए जाते हैं और दीपावली के समय दूर-दराज स्थित दुकानों पर इनकी बिक्री होती है।
बीते वर्षों में इन क्षेत्रों में कई बार ऐसे अवैध पटाखा कारखानों में विस्फोट हो चुके हैं, जिनमें कई जानें जा चुकी हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले में सप्लाई चेन और अवैध भंडारण नेटवर्क की जांच में जुटी है।