
लखनऊ, 1 अप्रैल 2025:
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सोशल मीडिया पर दिए गए बयानों ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर माद्री काकोटी के बाद अब इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस (आईएमएस) के शिक्षक प्रो. सौरभ बनर्जी ने सोशल मीडिया पर सत्ता पक्ष की तुलना आतंकवाद से कर दी। इस बयान को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने तीखा विरोध दर्ज कराया है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लविवि के न्यू कैंपस में प्रदर्शन कर शिक्षक के खिलाफ नारेबाजी की और उनकी सेवा समाप्त करने तथा एफआईआर दर्ज करने की मांग की। छात्रों ने कुलसचिव और चीफ प्रॉक्टर को ज्ञापन सौंपा। कुलसचिव विद्यानंद त्रिपाठी ने प्रो. बनर्जी को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। इस मामले की जांच के लिए पुलिस ने साइबर सेल से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नेहा राठौर और माद्री काकोटी के समर्थन में उतरे सामाजिक कार्यकर्ता
इधर, लोक गायिका नेहा सिंह राठौर और शिक्षिका माद्री काकोटी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने एफआईआर रद्द करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में प्रो. रूपरेखा वर्मा, प्रो. रमेश दीक्षित, दीपक कबीर, दिनकर कपूर, वंदना राय, शांतम, मीना सिंह, कांति मिश्रा और राजीव ध्यानी शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि सोशल मीडिया पर विचार व्यक्त करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत आता है। इसे लेकर एफआईआर दर्ज करना असंवैधानिक है।






