
लखनऊ, 18 अक्टूबर 2025:
लखनऊ के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना शनिवार सुबह अचानक शहर के कई इलाकों के निरीक्षण पर निकले। इस दौरान अलीगंज क्षेत्र में सड़क पर भारी मात्रा में कूड़ा पड़ा मिलने पर मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई और सफाई कार्य संभाल रही कंपनी मेसर्स लखनऊ स्वच्छता अभियान पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश दिया।
मंत्री के साथ महापौर सुषमा खर्कवाल और नगर आयुक्त गौरव कुमार भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान महापौर ने भी सड़क पर जमा कूड़े को लेकर नाराजगी जताई और सफाई व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। सुरेश खन्ना ने कहा कि “सफाई सिर्फ ठेके का काम नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है। शहर को स्वच्छ रखना हर स्तर पर प्राथमिकता होनी चाहिए।” उन्होंने अधिकारियों से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि “अब गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
निरीक्षण के दौरान मंत्री अमीनाबाद और घंटाघर पार्क भी पहुंचे, जहां उन्होंने चल रहे सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि पार्किंग व्यवस्था को 5 दिसंबर तक पूरी तरह दुरुस्त कर लिया जाए। इस कार्य की जिम्मेदारी मुख्य अभियंता महेश चंद वर्मा को सौंपी गई। मंत्री ने चौपटिया क्षेत्र में नाइट स्वीपिंग शुरू करने के भी निर्देश दिए ताकि रात में सड़कों की सफाई नियमित रूप से की जा सके। वहीं, निरीक्षण के दौरान रकाबगंज आर्य समाज मंदिर रोड पर भी कूड़ा पड़ा पाया गया, जिस पर उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए।
इस दौरान कैसरबाग क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने मंत्री से नलों में गंदे पानी की शिकायत की और कहा कि स्मार्ट सिटी योजना में शामिल होने के बावजूद क्षेत्र की हालत खराब है। महापौर सुषमा खर्कवाल ने अधिकारियों से कहा, सफाई कागजों पर नहीं, सड़कों पर दिखनी चाहिए। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि शहर को स्वच्छ रखने में नगर निगम का सहयोग करें।