लखनऊ, 28 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में अयोध्या (फैजाबाद) रोड पर रोजाना कई-कई किलोमीटर तक लगने वाले लंबे जाम से परेशान लोगों के लिए अब राहत की उम्मीद जगी है। पॉलीटेक्निक चौराहे से लेकर किसान पथ तक 6 लेन एलिवेटेड रोड निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) के पहले चरण को अंतिम परीक्षण के बाद मंजूरी मिल चुकी है।
यह एलिवेटेड रोड 8.1 किलोमीटर लंबी होगी और इसके निर्माण पर लगभग 1982 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में पॉलीटेक्निक चौराहे से चिनहट तक 3.8 किमी लंबे हिस्से का निर्माण होना है। इसकी संशोधित डीपीआर आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों ने तैयार कर शासन को सौंप दी है। इस चरण की लागत 1295.02 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

दूसरे चरण में चिनहट से किसान पथ तक का हिस्सा बनाया जाएगा जिसकी डीपीआर का परीक्षण आईआईटी रुड़की जल्द पूरी करेगा। दोनों चरणों की प्राथमिक रिपोर्ट कंसल्टेंट पहले ही शासन को सौंप चुका है। यह एलिवेटेड रोड राजधानी के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है। रोजाना पॉलीटेक्निक चौराहे पर लगने वाले भारी ट्रैफिक से आम नागरिक, छात्र, व्यवसायी और सरकारी कर्मचारी लंबे समय से परेशान हैं।
निर्माण पूर्ण होने के बाद इंदिरानगर, मुंशीपुलिया, गोमतीनगर, निशातगंज सहित लखनऊ के कई प्रमुख इलाकों से आने-जाने में यात्रा सुगम होगी। वहीं, बाराबंकी, अयोध्या, सुल्तानपुर, गोंडा और गोरखपुर की ओर से आने वाले वाहनों को भी शहर में प्रवेश आसान होगा।

इसके अलावा हाईकोर्ट, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, प्रमुख अस्पताल, शिक्षण संस्थान और वाणिज्यिक क्षेत्रों तक आने-जाने में भी सुविधा बढ़ेगी। यातायात जाम में होने वाली समय और ईंधन की बर्बादी कम होगी जिससे आर्थिक लाभ भी होगा। पीडब्ल्यूडी सूत्रों के अनुसार सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और निर्माण कार्य को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का प्रयास रहेगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना से लखनऊ में ट्रैफिक प्रबंधन को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। राजधानी के विकास की रफ्तार को यह एलिवेटेड रोड गति देने की क्षमता रखती है। शहरवासियों के लिए यह पहल नए साल का बड़ा उपहार साबित हो सकती है।






