
लखनऊ, 4 अक्टूबर 2025 :
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित कैसरबाग रेजीडेंसी के सामने गांधी भवन के प्रेक्षागृह में गांधी जयंती नाट्य महोत्सव 2025 के दूसरे दिन ‘कैकेई’ की प्रस्तुति दी गई। नाटक ने अयोध्या की रानी कैकेयी की अनसुनी गाथा से रूबरू कराया तो इस मिथक को भी तोड़ा कि राम के प्रति उनके ह्रदय में श्रद्धा और प्रेम की कमी थी।
बता दें कि 2 अक्टूबर से शुरू हुए इस तीन दिवसीय आयोजन में पहले दिन हास्य-व्यंग्य नाटक “बेचारा पति” की प्रस्तुति दी गई। 45 वर्षों रंगमंच की दुनिया मे सक्रिय प्रख्यात रंगकर्मी राजेन्द्र तिवारी ने इस नाटक का लेखन व निर्देशन किया। मुंबई से आये एबीएसएस थियेटर ग्रुप के मंझे हुए कलाकारों के अभिनय ने पति की बेचारगी को मजाकिया दृश्यों में पिरोया और मध्यम वर्गीय परिवार के हर सदस्य के लिए एक संदेश भी दिया। अब समय आया शुक्रवार की शाम का जब रंगकर्मी राजेन्द्र तिवारी ने दर्शकों के सामने ‘कैकेई’ के जीवन के अनसुने पक्ष को रखा।
राजेन्द्र तिवारी के लेखन निर्देशन में थियेटर ग्रुप ने ‘कैकेई’ के मंचन से फिर कमाल किया। नाटक ने अयोध्या की महारानी कैकेई की उस अनसुनी कहानी को जीवंत किया, जिसे इतिहास ने अक्सर गलत समझा। कथा में दिखाया गया कि कैकेयी केवल वह रानी नहीं थीं जिन्होंने राम को वनवास भेजा, बल्कि वह एक त्यागमयी नारी थीं जिसने धर्म, मर्यादा और राजपरंपरा की रक्षा के लिए स्वयं को दोषी ठहराया। कैकेई को एक ऐसी मां के रूप में प्रस्तुत किया गया जिसने अपने पुत्र भरत को राज्य दिया, परंतु अपने मन में राम के प्रति गहरी श्रद्धा और प्रेम संजोए रखा। नाटक ने यह संदेश दिया कि त्याग और धर्मपालन का प्रतीक कैकेयी का चरित्र भारतीय नारी की महानता का सर्वोच्च उदाहरण है।
20 सालों से महोत्सव का प्रबंधन देख रहे अश्वनी शुक्ला ने संयोजन की कमान संभाली। नाट्य प्रस्तुति में ध्रुव खानचंदानी, कशिश रीना सिंह, शिवम देवकते, देविका पटेल, प्रदीप श्रीवास्तव, साकेत राय, अक्षयरिका दास, मोनिका भारती, कुशाग्र सक्सेना, शिवदान नायक, प्रतीक्षा निर्मल, प्रतीक्षा गुप्ता, आदर्श पटेल, शाहीन, धैर्य खानचंदानी, त्रिलोक सिंह, दीपक यादव, अनिकेत गव्हाणे, समीर गुप्ता और शैरन मथायस ने दमदार अभिनय से दर्शकों को बांधे रखा। प्रबंधन में राकेश वर्मा, अंजना तिवारी, अमित तिवारी, ललित पांडे, सचिन सिंह, राकेश तिवारी, सर्वेश कुमार और गणेश रावत का विशेष योगदान रहा।