
लखनऊ, 3 अक्टूबर 2025 :
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित कैसरबाग रेजीडेंसी के सामने गांधी भवन के प्रेक्षागृह में गांधी जयंती नाट्य महोत्सव 2025 का आगाज हुआ। तीन दिवसीय आयोजन में पहले दिन हास्य-व्यंग्य नाटक “बेचारा पति” की प्रस्तुति दी गई। मुंबई से आये थियेटर ग्रुप के मंझे हुए कलाकारों के अभिनय ने पति की बेचारगी को मजाकिया दृश्यों में पिरोया और मध्यम वर्गीय परिवार के हर सदस्य के लिए एक संदेश भी दिया।
गांधी जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय सांस्कृतिक संस्थान का ये आयोजन दो दशकों से चल रहा है। ‘बेचारा पति’ नाटक का लेखन और निर्देशन प्रख्यात रंगकर्मी राजेन्द्र तिवारी ने किया। जो पिछले 45 वर्षों से रंगमंच में सक्रिय हैं। ‘बेचारा पति’ नाटक एक मध्यमवर्गीय पति की कहानी है, जो सुबह से रात तक परिवार, नौकरी और समाज की जिम्मेदारियां निभाते-निभाते थक जाता है।
ऑफिस के बॉस की डांट, समाज का दबाव और घर की लगातार मांगें सबका बोझ उसी पर है। कहानी में उसकी बेचारगी को मजाकिया घटनाओं के जरिये दिखाया गया। इसमें गांधीजी के विचारों को व्यंग्यात्मक अंदाज में नाटक में शामिल किया गया।
नाटक के अंत में यह संदेश दिया गया कि घर का हर सदस्य एक-दूसरे की जिम्मेदारियों का सम्मान करे। यही गांधीजी के “समानता, सहयोग और सत्य” का असली मार्ग है। हॉल दर्शकों से खचाखच भरा रहा और प्रस्तुति के बाद गूंजती तालियों ने साबित कर दिया कि “बेचारा पति” हास्य और व्यंग्य के साथ-साथ सामाजिक संदेश देने में भी सफल रहा। मुंबई से आये एबीएसएस थियेटर ग्रुप के कलाकारों ने नाटक में अभिनय से पात्रों को जीवंत कर दिया।
कलाकारों में सर्वेश कुमार, सारन मथायस, अनिकेत गाव्हाडे, प्रतीक्षा गुप्ता, कशिश रीना सिंह, शिवम देवकते, प्रदीप श्रीवास्तव, प्रतीक्षा निर्मल, दीपक यादव, ध्रुव खानचंदानी, धैर्य खानचंदानी, शिवदान नायक, देविका पटेल, मोनिका भारती, कुशाग्र सक्सेना, संजय यादव, ललित पांडे और दिलकश रिज़वी शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन अश्वनी शुक्ला ने किया और प्रबंधन में राकेश वर्मा, अंजना तिवारी, अमित तिवारी, ललित पांडे, सचिन सिंह, राकेश तिवारी, सर्वेश कुमार और गणेश रावत ने योगदान दिया।