लखनऊ, 4 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के कुछ प्रमुख इलाकों में रोज-रोज जाम से जूझने वाले हजारों लोगों के लिए अच्छी खबर है। गोमती नदी के किनारे विकसित किए जा रहे 28 किलोमीटर लंबे ग्रीन कॉरिडोर का दूसरा फेज पूरा होने के करीब है। इसके कुछ हिस्सों को जल्द ही आम लोगों के आवागमन के लिए खोलने की तैयारी चल रही है। इससे शहर के प्रमुख इलाकों में ट्रैफिक दबाव कम होगा और आवागमन बेहद आसान हो जाएगा।
परियोजना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक निशातगंज से समतामूलक चौक तक का सेक्शन अगले कुछ दिनों में चलने लायक बनाया जा रहा है। इसके साथ ही बीरबल साहनी मार्ग से हनुमान सेतु तक भी लोग जल्द आसानी से जा सकेंगे। इन रूटों पर रोजाना भारी वाहनों और ऑफिस आवर ट्रैफिक के कारण जाम लगना आम बात है। ऐसे में ग्रीन कॉरिडोर खुलने से हजारों यात्रियों को राहत मिल सकती है।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने विगत दिवस खुद मौके पर जाकर कार्य प्रगति का निरीक्षण किया। सभी निर्माण कार्य 10 दिनों के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों का दावा है कि बचा हुआ निर्माण, फिनिशिंग और चौराहों का रिडिजाइनिंग कार्य 25 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे फेज में समतामूलक चौराहे से निशातगंज होते हुए डालीगंज पुल तक फ्लाईओवर निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। केवल अंतिम फिनिशिंग और बैरियर्स लगाने का काम बाकी है। वहीं मनकामेश्वर से डालीगंज पुल तक का फ्लाईओवर भी क्रिसमस से पहले पूरा कर लेने का लक्ष्य है। पहले जनवरी में केवल हनुमान सेतु से समतामूलक चौक तक का रूट खोलने की योजना थी, लेकिन अब डालीगंज चौराहे तक का हिस्सा भी शामिल कर लिया गया है।

चर्चा यह भी है कि इस महत्वपूर्ण सेक्शन का लोकार्पण 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा सकता है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मालूम हो कि निर्माण कार्य के चलते डालीगंज चौराहे के पास यातायात में बदलाव किया गया है। इससे कुछ जगहों पर जाम लग रहा है। हाथी पार्क की ओर से शहीद स्मारक आने वाले वाहनों को घुमाकर आगे भेजा जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस ने भीड़ नियमन के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात करने के निर्देश जारी किए हैं।
आईआईएम रोड से किसान पथ तक फैला 28 किमी का यह फोरलेन ग्रीन कॉरिडोर चार चरणों में विकसित हो रहा है, जिसमें आईआईएम रोड-पक्का पुल, पक्का पुल-पिपराघाट, पिपराघाट-शहीद पथ और शहीद पथ-किसान पथ सेक्शन शामिल हैं। इसके पूरा होते ही लखनऊ की यातायात व्यवस्था को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।






