
लखनऊ, 10 सितंबर 2025:
लखनऊ विश्वविद्यालय में बुधवार को 68वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इसमें विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 201 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किए। खास बात यह रही कि कुल मेडल्स में से लगभग 80% छात्राओं के हिस्से में गए।
पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को प्रदान की गई मानद उपाधि
समारोह में अरिंदम चतुर्वेदी को चांसलर मेडल और अवंतिका राय को वीसी गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसके साथ हाल ही में सेवानिवृत्त हुए प्रदेश के पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को मानद उपाधि प्रदान की गई।
राज्यपाल बोलीं… छात्र-छात्राएं इतने मेधावी हैं कि मेडल देते-देते आ गया पसीना
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्राओं की उपलब्धियों को सराहते हुए कहा, “लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं इतने मेधावी हैं कि मेडल देते-देते पसीना आ गया। 80% मेडल नारी शक्ति के नाम हुए हैं। यह देश का पहला विश्वविद्यालय है जिसने 200 से अधिक मेडल एक साथ दिए।” उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम 75% उपस्थिति अनिवार्य होगी और बैक पेपर की व्यवस्था खत्म की जानी चाहिए।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों में उत्तर प्रदेश के तीन संस्थान शामिल हैं। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि गवर्नर के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के साथ आंगनबाड़ी भी सशक्त हो रही हैं।
मुख्य अतिथि वैज्ञानिक शेखर सी. मांडे ने छात्रों को सफलता के सात सूत्र दिए और ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. मनुका खन्ना ने की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय को विदेशों से 2,153 आवेदन प्राप्त हुए हैं। तीन विदेशी छात्रों को भी मेडल प्रदान किए गए।






