
इंदौर, 13 फरवरी 2025
इंदौर में अनजाने में मछली का पित्ताशय खाने से 42 वर्षीय एक व्यक्ति की हालत इतनी बिगड़ गई कि उसे एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। एक निजी अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. जय सिंह अरोड़ा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि व्यक्ति ने मछली का पित्ताशय खा लिया था, जिसके बाद उसे उल्टी और दस्त होने लगे। उसे यह एहसास नहीं था कि उसने यकृत द्वारा उत्पादित पित्त को संग्रहित करने वाले अंग को निगल लिया है।
उनके परिवार को लगा कि यह फूड पॉइजनिंग का मामला है, लेकिन जांच में गंभीर बात सामने आई। डॉक्टर ने बताया कि किडनी के कामकाज का सूचक सीरम क्रिएटिनिन के साथ-साथ दो लीवर एंजाइम – एसजीओटी और एसजीपीटी का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया था।
अरोड़ा ने कहा, “मरीज हमारे पास गंभीर हालत में आया था। वह एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहा। इसके बाद भी उसका इलाज जारी रहा। फिलहाल वह स्वस्थ है।”
उन्होंने बताया कि मछली के पित्ताशय में सोडियम सिप्रिनोल सल्फेट नामक जहरीला रसायन होता है, जो मनुष्य के शरीर में जाने पर उसके लीवर और गुर्दे को तेजी से नुकसान पहुंचा सकता है।






